अहमदाबाद, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर 30000 किलो हेरोइन पकड़े जाने के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर कई सवाल उठाए हैं। खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री व गृहमंत्री गुजरात से हैं इसलिए उन्हें इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए निष्पक्ष जांच की व्यवस्था करनी चाहिए। गुजरात प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव गांधी भवन पर एक पत्रकार वार्ता में प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि देश के सामने नशा की प्रवृत्ति सबसे बड़ी चुनौती है। देश की युवा पीढ़ी को नशे की गर्त में डालने वाले सरगना की धरपकड़ की जानी चाहिए। दक्षिण भारत के एक दंपति की कंपनी के नाम पर पहले भी 25000 किलो मादक पदार्थ मुंद्रा पोर्ट पर आया और गुजरात में देश के अन्य राज्यों में पहुंचा दिया गया है। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु व मुंबई के बंदरगाहों के बजाय गुजरात में अदानी के मुंद्रा पोर्ट पर लगातार मादक पदार्थों का आना एक खतरनाक सिंडीकेट की ओर इशारा करता है। खेड़ा ने कहा कि देश की युवा पीढ़ी को नशे की गर्त में डाल कर बर्बाद करने वालों को इतिहास कभी माफ नहीं करता। ऐसे लोगों को सत्ता से बाहर करने के लिए हर नागरिक को सड़क पर उतरना चाहिए।
गृहमंत्री अमित शाह की चुप्पी पर उठे सवाल
खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस देश व युवाओं के हित में हमेशा संघर्ष करते रही है और करती रहेगी। कांग्रेस आज एक और लोकतंत्र विरोधी मानसिकता वाली सरकार से लड़ रही है वहीं दूसरी ओर देश में हजारों किलो मादक पदार्थ लाने वाले ताकतवर ड्रग्स डीलरों से मुकाबला कर रही है। पवन खेड़ा ने देश के गृहमंत्री अमित शाह की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि शाह चुनाव जीतने में ही खुद को व्यस्त रखते हैं जबकि देश की रक्षा व युवाओं की रक्षा चुनाव जीतने से अधिक महत्वपूर्ण है। देश में बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों का तस्करी किया जा रहा है और गृह मंत्रालय सवालों का जवाब देने से बच रहा है।
विपक्ष की राजनीति सब नेताओं की बस की बात नहीं
कांग्रेस ने हमेशा युवाओं महिलाओं गरीब व मजदूरों की लड़ाई लड़ी है। देश को आजाद कराने के लिए कांग्रेस नेता वर्षों तक अंग्रेजों से संघर्ष करते रहे आज भी कांग्रेस सत्ता के सामने संघर्ष कर रही है। पवन खेड़ा ने कांग्रेस छोड़कर जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया, अमरिंदर सिंह जितिन प्रसाद जैसे नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष की राजनीति सब नेताओं की बस की बात नहीं है। जो लोग संघर्ष करने की क्षमता रखते हैं वह लोग आज भी कांग्रेस के बैनर तले सत्ता के समक्ष संघर्ष कर रहे हैं। कई लोग वह संस्था सत्ता संग्राम के दौरान अंग्रेजों के साथ मिलकर अथवा चिट्टियां लिखकर सत्ता का सुख भोगते रहे थे।
4-4 लाख रुपये मुआवजे की मांग
खेड़ा ने कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में स्थाई निदेशक की नियुक्ति पिछले 18 माह से अटकी हुई इसके पीछे कौन लोग हैं जो सरकार को इस नियुक्ति से रोक रहे हैं। खेड़ा ने आरोप लगाया कि देश के भीतर व बाहर मादक पदार्थों की तस्करी व व्यापार को रोकने का काम नारकोटिक्स ब्यूरो का है जबकि अडानी के मुद्रा पोर्ट पर आई हजारों किलो हीरोइन को डायरेक्टर प्रवर्तन निदेशालय डीआरआई ने पकड़ा। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा की गुजरात की सीमा पाकिस्तान से लगती है तथा अति संवेदनशील होने के बावजूद केंद्र सरकार इनकी सुरक्षा करने में विफल रही है। चावड़ा का कहना है कि भाजपा बॉर्डर सिक्योरिटी पर अक्सर बात करती है लेकिन जब जब भी सुरक्षा देने की बात आती है भाजपा सरकार इसमें विफल ही रही। चावड़ा में कहा की कोरोना महामारी के दौरान गुजरात में हजारों लोगों की मौतें हुई है राज्य सरकार उनके परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा उपलब्ध कराए।
भाजपा की कथनी और करनी में फर्क
गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धनाणी ने कहा कि 2014 के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावा करते थे एक बार हमारी सरकार केंद्र में आ जाती है तो वह पाकिस्तान की ओर से भारत एक तरफ हवा भी नहीं आने देंगे। पाकिस्तान व अफगानिस्तान से आज मादक पदार्थ की बड़ी-बड़ी खेप आ रही है और प्रधानमंत्री मोदी व गृहमंत्री अमित शाह चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में हमेशा फर्क रहा है। युवाओं को रोजगार व नौकरी देने का वादा कर सत्ता में आए लोग युवाओं को बेरोजगारी की खाई में धकेल कर हताश कर रहे हैं। और अब उन्हें मादक द्रव्यों का आदि बनाकर पीढीयों को बर्बाद कर रहे हैं। पत्रकार वार्ता में कांग्रेस आईटी सेल के राष्ट्रीय प्रमुख रोहन गुप्ता गुजरात प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता मनीष दोशी भी उपस्थित थे।