एक संस्थान में लगातार 5 साल काम करने पर पीएफ अंशधारकों को ग्रैच्युटी मिलती है। अब ईपीएफओ इस समय सीमा को घटाकर के तीन साल करने जा रहा है। नए नियमों के मुताबिक अब अंशधारकों को 20 लाख रुपये ग्रैच्युटी के तौर पर मिलते हैं। इससे कर्मचारियों को बड़ा फायदा होने की संभावना है। मिनिमन पेंशन 2000 रुपये करने का बैठक में निर्णय होने की उम्मीद भी है। वित्त मंत्रालय न्यूनतम पेंशन पर अपनी मंजूरी दे चुका है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अपने 5 करोड़ से अधिक अंशधारकों को जल्द ही अपने अंशधारकों को एक बड़ी सौगात दे सकता है। इसके तहत ग्रैच्युटी के लिए समय सीमा घटाना और पेंशन में इजाफा करना शामिल हैं।
अब फिक्स्ड टर्म कर्मचारी को भी ग्रैच्युटी का फायदा मिल सकता है। यह वो कर्मचारी होते हैं, जिन्हें अनुबंध पर दो साल से अधिक समय के लिए रखा जाता है। ऐसे कर्मचारियों को नौकरी करने के समय के अनुपात में ग्रैच्युटी मिलने को हरी झंडी मिल सकती है। पीएफ के तर्ज पर ग्रैच्युटी के लिए यूएएन जैसा खाता खोला जा सकता है।
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ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (सीबीटी) की आगामी चार दिसंबर को बैठक होगी, जिसमें इन सभी प्रस्तावों को हरी झंडी मिलने की संभावना है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह प्रस्ताव सरकार की तरफ से श्रम मंत्रालय ने तैयार किए हैं। केवल इन प्रस्तावों को बैठक में पास कराना है। प्रस्ताव पास हो जाने के बाद यह सौगात करोड़ों अंशधारकों को मिल जाएगी।