केंद्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रों की एक लाख परिवारों की वंचित महिलाओं को डिजिटल क्षेत्र में सशक्त करेगा। आगामी दस महीनों में इन महिलाओं को डिजिटल साक्षरता, रोजगार बढ़ाने, नैनो आंत्रप्रेन्योरशिप और संचार कौशल जैसे विषयों में 70 घंटे की ट्रेनिंग करवायी जाएगी। इसमें ऐसी युवतियों और महिलाओं को प्राथमिकता मिलेगी, जिन्हें परिवार चलाने या फिर कोविड-19 के चलते नौकरी प्रभावित हुई है।
केंद्रीय कौशल विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, ग्रामीण क्षेत्रों की वंचित महिलाओं को इस ट्रेनिंग प्रोग्राम से जोड़ा जाएगा। डिजिटल क्षेत्र में सशक्त करने की यह ट्रेनिंग माइक्रोसॉफ्ट करवाएगा। इस ट्रेनिंग का मकसद डिजिटल अर्थव्यवस्था में कामयाब होने के लिए आवश्यक कौशल के साथ ग्रामीण समुदायों की वंचित महिलाओं को ट्रेनिंग देकर इनकी कार्यबल भागीदारी को बढ़ाना है।
इसके लिए डिजिटल साक्षरता, रोजगार बढ़ाने, नैनो आंत्रप्रेन्योरशिप और संचार कौशल जैसे विषयों में 70 घंटे की ट्रेनिंग पर आधारित पाठ्यक्रम भी तैयार किया गया है। माइक्रोसॉफ्ट सामुदायिक प्रशिक्षण (एमसीटी) प्लेटफार्म के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी।
वहीं, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अध्यक्ष अनंत माहेश्वरी का कहना है कि कोविड-19 ने भारत में डिजिटल परिवर्तन को गति दी है। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में यह ट्रेनिंग प्रोग्राम बेहद कारगर होगा, जो देश को अगले चरण में अनलॉक करने मेें सहयोग करेगा।
एनएसडीसी का ई-स्किल इंडिया और माइक्रोसॉफ्ट उन महिलाओं की अजीविका के अवसरों को बढ़ाने की दिशा में काम करेगा, जोकि असुविधाजनक स्थिति में हैं और तकनीकी कौशल व ज्ञान के लिए अच्छा प्रदर्शन करते हैं। डिजिटल स्किलिंग पहल में सेक्टर स्किल काउंसिल, ट्रेनिंग पार्टनर और ट्रेनिंग सेंटर भी शामिल हैं।
– मनीष कुमार, सीईओ, एमडी, नेशनल स्किल डेवलेपमेंट कॉर्पोरेशन।