सूर्य ग्रहण समाप्त हो चुका है और घाटों पर लोगों का जमावड़ा भी लगना शुरू हो गया है। मंदिरों में मूर्तियों को स्नान कराकर पूजा अर्चना की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। बता दें कि 25 दिसंबर को रात 08 बजे से सूतक लग गया था। ऐसें मे सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए थे।
साल 2019 का आखिरी सूर्य ग्रहण गुरुवार की सुबह 08.17 से और 10 बजकर 57 मिनट पर समाप्त हो गया।296 साल बाद यह सूर्यग्रहण लगा है ऐसे में लोगों में इसे लेकर काफी उत्साह था। इससे पहले 1723 में 07 फरवरी को ऐसा सूर्य ग्रहण देखने को मिला था। सूर्य ग्रहण का आरंभ गुजरात के द्वारिका से हुआ और देश के कुछ हिस्सों केरल, कर्नाटक और तमिलनाडू में सूर्य ग्रहण देखा गया। आइए तस्वीरों के जरिए देखते हैं ऐसा दुर्लभ सूर्यग्रहण….
सूर्य ग्रहण के बाद वाराणसी, प्रयागराज, गढमुक्तेश्वर तथा कानपुर व फर्रुखाबाद में गंगा के किनारे भारी भीड़ उमड़ पड़ी। नीचे तस्वीरों में देखें गंगा में डुबकी लगाते लोग।
इसके अलावा कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर, ज्योतिसर तीर्थ और पिहोवा तीर्थ समेत अन्य सरोवरों में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है, यहां लोग अभी भी घाटों पर स्नान के लिए पहुंच रहे हैं।
विदेशों में भी सूर्य ग्रहण का अद्भुत नजारा देखने को मिला है। पाकिस्तान से भी सूर्य ग्रहण की तस्वीरें सामने आई हैं।
इस्लामाबाद में कुछ ऐसा रहा सूर्य ग्रहण का नजारा।
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण देखने के लिए लोगों में खासा उत्साह नजर आ रहा है। बिहार की राजधानी पटना में भी सुबह आठ बजकर 4 मिनट पर सूर्यग्रहण लगा है और बताया जा रहा है कि यहां 8.24 मिनट से 11.18 बजे तक सूर्य ग्रहण देखा जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सूर्यग्रहण देखा। इसके अलावा उन्होंने एक ट्वीट भी किया है जिसमें उन्होंने लिखा है, “अन्य भारतवियों की तरह मैं भी सूर्यग्रहण देखने के लिए उत्साहित था, लेकिन दुर्भागयवश बादलों की वजह से मैं यह नजारा नहीं देख सका। हालांकि मैंने कोझीकोड और अन्य जगहों में सूर्यग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग की तस्वीरें देखी हैं। इसके सात ही मैंने विशेषज्ञों के साथ करके इस विषय पर अपने ज्ञान को भी समृद्ध किया है।”
भारत के कई हिस्सों में आज लोग सूर्यग्रहण का नजारा देखा जा रहा है। नोएडा, फरीदाबाद, कर्नाटक, तमिलनाडू, महाराष्ट्र और दिल्ली एनसीआर समेत कई जगहों में यह दुर्लभ नजारा देखा जा रहा है। सूर्यग्रहण की शुरूआत सुबह 8.17 पर हो गई थी और बताया जा रहा है कि 10.57 तक यह देखा जा सकेगा। हालांकि नासा की तरफ से जारी चेतावनियों में कहा गया है कि उसे नंगी आंखों से देखना घातक साबित हो सकता है क्योंकि जितना खूबसूरत यह ग्रहण है उतना ही खतरनाक भी। 296 साल बाद यह नजारा देखने को मिल रहा है तो जाहिर है लोगों में इसे देखने की उत्सुकता भी काफी होगी लेकिन उसके लिए दौरान थोड़ा ख्याल रखने की भी जरूरत है। नीचे देखिए फरीदाबाद में सूर्यग्रहण की तस्वीर-