हमारे पैरों का सोना एक आम बात है। जब हम लंबे समय तक एक जगह पर स्थिर रहते है तो पैर एक तरीके से काम छोड़ देते है। पैर का सोना बड़ा ही कष्टदायक होता है। लेकिन क्या आप पैर के सोने के असली कारण के बारे में जानते हैं, तो आइये जानते कि क्यों सोते है हमारे पैर।

पैर सोने के कारण:
पैरों के सोने से उसमें भारी, सुस्त, झुनझुनाहट और अजीब सी पिन या सुई चुभने जैसा महसूस होता है। ऐसा पैरों में पर्याप्त रूप से ब्लड के न पहुंचने के कारण होता है।
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लंबे समय के लिए अपने पैर के सहारे बैठते हैं तो उस हिस्से की नर्वस पर दबाव पड़ता हैं। शरीर का कोई अंग यदि किसी दबाव में ज्यादा समय तक रहता है, तो वह सुन्न हो जाता है। यह दबाव हाथ या पैर की नर्वस पर पड़ता है।
माइलिन नामक श्वेत रंग के पदार्थ द्वारा बनाई गई नर्वस के कोशीय फाइबर एक झिल्ली है। इन पर दबाव पड़ने से ब्रेन तक नसों द्वारा पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन और रक्त का संचरण नहीं हो पाता है। इस कारण वहां संवेदना महसूस नहीं हो पाती और वह अंग सो हो जाता है।
इससे आपके शरीर को चोट नहीं पहुंचती, लेकिन यकीनन कुछ समय के लिए आपको अजीब महसूस हो सकता है।
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