लगभग हर लड़की के साथ ऐसा होता है कि कपड़ों की अलमारी भरी होने के बावजूद उसे लगता है कि उसके पास पहनने के लिए कुछ भी नहीं है.आप एक-एक करके अलमारी के सारे कपड़े बिस्तर पर फैला देती हैं और उसके बाद सिर पकड़कर बैठ जाती हैं. सिर पकड़कर बैठने के बाद कुछ ऐसे ही ख्याल आपके दिमाग में भी आते होंगे जिनका यहां जिक्र किया जा रहा है:
1: आखिर मेरे कपड़े कहां गए?
आपको लगता है कि आपकी अलमारी में जरूरी कुछ मिसिंग है. आप सोचती हैं कि आपके पास कुछ कपड़े तो ऐसे थे जिन्हें पहनकर आप आज की पार्टी में जा सकती थीं. आपको लगता है कि हो न हो आपकी बहन या रूम-पार्टनर ने आपकी वो ड्रेस चुरा ली होगी.
2. मैं कितनी गरीब हूं
पूरी अलमारी भरी होने के बावजूद आपको लगता है कि आप कितनी गरीब हैं. आपके अलावा हर किसी के पास कपड़े हैं सिर्फ आप ही है, जो इतनी गरीब हैं.
3. क्या सोच के खरीद लिया था
अब जबकि आपके पास बाजार जाने का समय नहीं है और पार्टी में जाना भी जरूरी है तो आप अपनी उन्हीं ड्रेसेज में से एक निकालती हैं और पहनने की कोशिश करती हैं. पहनने के बाद शीशे के सामने खड़े होकर आप सोचती हैं कि इतनी बुरी ड्रेस आपने क्या सोचकर खरीद ली थी.
4. मुझे कोई पसंद नहीं करेगा
ये आपकी सबसे बड़ी चिंता हेाती है कि अगर आप अच्छे कपड़ों में नहीं गईं तो कोई भी आप पर ध्यान नहीं देगा. लोगों को आपसे ज्यादा आपकी ड्रेस देखने में इंटरेस्ट होगा. वे आपको अपने आप-पास भी नहीं फटकने देंगे.
5. ऐसी बुरी चीजें सिर्फ मेरे साथ ही क्यों होती हैं
ये आपका अंतिम थॉट होता है. आपको ये लगने लगता है कि दुनिया की सारी बुरी चीजें सिर्फ आपके साथ ही होती हैं. आप बिल्कुल अकेली हैं और आपकी मदद करने वाला कोई नहीं है.