ब्लड शुगर बढ़ने से डायबिटीज की बीमारी होती है और इसमें इंसुलिन सही तरीके से काम नहीं करता है। यानी इस बीमारी में कई तरह की समस्याओं से सामना भी होता है। अगर इसको नजरअंदाज किया जाये तो शरीर के दूसरे अंग निष्क्रिय हो सकते हैं। खानपान में गड़बड़ी और जीवनशैली से जुड़ी गलत आदतों की वजह से इस बीमारी का खतरा बढ़ता है। डायबिटीज दो प्रकार की होती हैं; टाइप 1 और टाइप 2। इनमें से टाइप 1 डायबिटीज तो अनुवांशिक होती है, लेकिन टाइप 2 डायबिटीज आमतौर पर खानपान और लाइफस्टाइल के कारण होती है। इस बीमारी के शुरुआती लक्षण दिखते ही अगर आप सही कदम उठाते हैं तो इससे बचा जा सकता है। डायबिटीज में खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आइये इस लेख में जानते हैं क्या डायबिटीज में तरबूज खाने से ब्लड शुगर बढ़ता है?
क्या डायबिटीज में तरबूज खाने से ब्लड शुगर बढ़ता है?-
गर्मी के मौसम में बाजार में तरबूज की भरमार होती है। इसका सेवन करने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती और ठंडक बनी रहती है। गर्मियों में तरबूज के जूस का सेवन भी लोग करते हैं। डायबिटीज के मरीज अक्सर तरबूज खाने से बचते हैं। दरअसल, तरबूज स्वाद में मीठा होता है और यही कारण है कि डायबिटीज के मरीज इसका सेवन करने से बचते हैं। आरोग्यं हेल्थ सेंटर के डायटीशियन डॉ. वी डी त्रिपाठी कहते हैं कि डायबिटीज में मरीजों को लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स का सेवन करना चाहिए। तरबूज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स लगभग 72 होता है। आप इसका सेवन सीमित मात्रा में करते हैं, तो कोई खतरा नहीं रहता है। लेकिन बहुत ज्यादा मात्रा में तरबूज खाने से मरीजों का ब्लड शुगर बढ़ सकता है। डायबिटीज में रोजाना इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
अगर आप डायबिटीज में सीमित मात्रा में तरबूज खाते हैं, तो इससे कई फायदे भी मिलते हैं। शरीर को हाइड्रेटेड रखने के साथ इसका सेवन करने गर्मी के प्रकोप से बचने में मदद मिलती है। तरबूज में विटामिन सी, विटामिन ए, पोटैशियम, फाइबर, आयरन, विटामिन बी 6, और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। सीमित मात्रा में इसका सेवन करने से शरीर को पोषण मिलता है और एनर्जी बनी रहती है।
डायबिटीज से बचाव कैसे करें?-
जो लोग डायबिटीज से पीड़ित होते हैं उन्हें समय समय पर ग्लूकोज की जांच जरूर करा लेनी चाहिए। क्योंकि यदि डायबिटीज के मरीज का ग्लूकोज स्तर बढ़ता है तो रोगी के लिए ये बहुत खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा डायबिटीज में खानपान और जीवनशैली का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस गंभीर बीमारी से बचने के लिए डाइट में सब्जियां, फल और साबुत अनाज को शामिल करना फायदेमंद होता है। इसके अलावा नियमित रूप से शारीरिक श्रम या व्यायाम करने वाले लोगों में भी डायबिटीज का खतरा कम रहता है। अगर आपको भी डायबिटीज के लक्षण दिखाई देते हैं तो सबसे पहले खानपान और लाइफस्टाइल में सुधार करें और डॉक्टर की सलाह जरूर लें।