बेहतर नींद यानी अच्छा विकास
नींद हर उम्र के इंसान के लिए जरुरी है फिर चाहे वो बच्चा हो या बड़ा। अच्छी नींद हमें तरोताजा रखती है। छोटे बच्चों के लिए नींद बहुत जरूरी है, क्योंकि उनका दिमाग ठीक से विकसित नहीं हुआ होता है और नींद उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत जरुरी है। यही नहीं यह उनके हार्मोनल विकास के लिए भी बहुत जरूरी है। बच्चों को अच्छी नींद के लिए प्रेरित करने के लिए जरूरी है कि उनके बेड टाइम रूटीन को ठीक किया जाए।
सोने का समय चुनें
बच्चों की अच्छी नींद के लिए जरूरी है कि उन्हें एक खास समय पर सोने की आदत डालें। बेडटाइम रूटीन का यह सबसे अहम पहलू है। इससे बच्चे यह भी समझ जाएंगे कि उनके डेली रूटीन में समय पर सोना भी शामिल है।
कमरे में अंधेरा करें
बच्चों को सुलाने के लिए जरूरी है कि कमरे में अंधेरा कर दिया जाए। अंधेरा मेलाटोनिन (नींद से जुड़ा हार्मोन) को बढ़ाता है। अगर आपके बच्चे के रूम खिड़की है तो उसे पर्दों से ढंक देना चाहिए जिससे बच्चे को कम से कम डिस्टर्ब हो। इसके साथ ही कमरे की लाइट भी बंद कर देनी चाहिए इससे बच्चे जल्दी सो जाते हैं।
तेज आवाज ना करें
अपने बच्चे को अच्छी नींद के लिए प्रेरित करने के लिए जरूरी है कि उनके कमरे में आवाज करने से बचा जाए। इससे बच्चे आधी नींद में उठ जाते हैं जो उनके दिमाग के लिए ठीक नहीं। इसके साथ ही जब बच्चे सो रहे हैं तो घर में अचानक कोई आवाज नहीं करनी चाहिए जैसे मिक्सी, वैक्यूम क्लीनर और डोर बेल आदि की आवाज का ध्यान रखें। इससे बच्चे नींद में डर सकते हैं।
बेड टाइम रूटीन
बच्चों को सुलाने से पहले उन्हें हल्के गर्म पानी से नहलाएं और फिर आधा घंटा उनकी मालिश करें। इससे बच्चों को बहुत जल्दी और बहुत अच्छी नींद आती है। अगर आप बचपन से ही उन्हें यह आदत डाल देंगे तो वो बड़े होने पर भी इसे अपनाएंगे और अच्छी नींद ले पाएंगे।
दिन में सोना
बच्चों के लिए दिन में सोना बहुत ही फायदेमंद होता है। अमेरिका में हुए एक शोध के मुताबिक दिन में एक घंटे की नींद लेने वाले बच्चों की याददाशत काफी अच्छी होती है। यूनिवर्सिटी ऑफ मेसाच्युसेट्स के मुताबिक दीमाग को मजबूत बनाने और सीखने की क्षमता बढ़ाने के लिए सेहत की झपकी लेना फायदेमंद है।
बच्चों से लिपट कर ना सोएं
बच्चों की सामान्यत: आदत होती है कि वो हर रात आपसे लिपट कर सोते हैं। जैसे ही आप उनके पास से हटे नहीं कि उनकी नींद खुल जाती है। उनकी यह आदत आपके लिए और उनके लिए बहुत परेशानी भरी हो सकती है। अच्छा होगा कि आप अपने बच्चे को इस तरह की आदत ना डालें।
झूले की आदत ना डालें
बच्चों झूले या गोद में सोने की आदत ना डालें। यह आदत छूटने में बहुत समय लग जाता है। अच्छा होगा कि जब आपका बच्चा हल्की नींद में हो तभी उसे झूले से या गोद से निकाल कर बिस्तर पर सुला दें। इससे उसे इसकी आदत नहीं पड़ेगी।