भारतीय कप्तान विराट कोहली ने रविवार को पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शतक जड़ा। कोहली ने 123 रनों की पारी खेली। कोहली ने न केवल इस शतक के जरिए ऑस्ट्रेलिया को करारा जवाब दिया वरन उन्होंने एक खास उपलब्धि हासिल कर ली। वे यह करिश्मा करने वाले पहले एशियाई बल्लेबाज बन गए।
कोहली का यह 25वां टेस्ट शतक है। उन्होंने इस वर्ष पांचवां टेस्ट शतक लगाया। कोहली इसी के साथ एक कैलेंडर वर्ष में दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक लगाने वाले पहले एशियाई बल्लेबाज बन गए। इससे पहले एशिया का कोई भी दिग्गज बल्लेबाज यह करिश्मा नहीं कर पाया था। विराट ने इस वर्ष द. अफ्रीका के खिलाफ जनवरी में सेंचुरियन में 153 रन बनाए थे। उन्होंने इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त में दो टेस्ट मैचों में शतकीय पारियां खेली थी। उन्होंने बर्मिंघम में 149 रन बनाने के बाद नॉटिंघम में 103 रन बनाए थे। अब पर्थ में शतक लगाकर उन्होंने इतिहास रच दिया।
सबसे कम पारियों में 25 शतक लगाने के मामले में दूसरे क्रम पर
विराट कोहली ने केवल 127 पारियों में अपना 25वां टेस्ट शतक लगाया और वे सबसे तेजी से इस मंजिल तक पहुंचने के मामले में सर डॉन ब्रेडमैन के बाद दूसरे क्रम पर हैं।
ब्रैडमैन ने केवल 68 पारियों में ये मुकाम हासिल किया था। कोहली ने सचिन तेंडुलकर को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 25 टेस्ट शतक लगाने के लिए 130 पारियां खेली थी। भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने 138 पारियों में 25 टेस्ट शतक लगा लिए थे। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर मैथ्यू हेडन का नंबर आता है, जिन्होंने 139 पारियों में ये कारनामाना किया था। इसके अलावा वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिकेटर गैरी सोबर्स ने 147 पारियों में ये कारनामा किया था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सातवां टेस्ट शतक
विराट कोहली का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सातवां टेस्ट शतक है। इस लिस्ट में सबसे आगे क्रिकेट के भगवान सचिन तेंडुलकर है, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 शतक लगाए हैं, वहीं महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर 8 शतक लगाकर दूसरे नंबर पर है। कोहली ने वीवीएस लक्ष्मण को पीछे छोड़ा, जिन्होंने कंगारू टीम के खिलाफ 6 शतक लगाए हैं। खराब फॉर्म से जूझ रहे मुरली विजय भी इस विरोधी टीम के खिलाफ 4 सैंकड़े जड़ चुके हैं।