बिकरू कांड के मुख्य आरोपित गैंगस्टर विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के घर में लगी सील बुधवार को कोर्ट के आदेश पर खोली गई। पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में किराएदार का सामान बाहर निकाला गया। यहां पूरे समय अर्मापुर और नजीराबाद थाना पुलिस मौके पर तैनात रही।
बिकरू कांड में मुख्य आरोपित विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई भी मुकदमे में नामजद है। उसके खिलाफ पुलिस ने करीब 4 महीने पहले गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की थी। जय बाजपेई के अलावा उसके भाई अजय बाजपेई शोभित बाजपेई और रजय बाजपेई को सहयोग अभियुक्त बनाया गया था। पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट की धारा 14/1 का प्रयोग करते हुए चारों भाइयों की एक लगभग एक दर्जन संपत्तियों को सील कर दिया था।
इनमें ही ब्रह्मनगर में मकान नंबर 481 भी है। इस मकान में आधा दर्जन से अधिक किरायेदार रहते थे। किरायेदार अरविंद शर्मा समय से पहले सामान बाहर नहीं निकाल सके थे। प्रशासन और पुलिस ने मकान में सील लगा दी थी और उनका सामान भी मकान में रह गया था। बाद में अरविंद शर्मा की पत्नी वर्तिका शर्मा ने अदालत में गुहार लगाई थी। अदालत के आदेश पर बुधवार को मजिस्ट्रेट और पुलिस की मौजूदगी में मकान की सील खोली गई। अर्मापुर और नजीराबाद थाना पुलिस की मौजूदगी में किरायेदार अरविंद शर्मा ने सारा सामान मकान से बाहर निकाला। नजीराबाद सीओ संतोष कुमार सिंह ने बताया कि अदालत के आदेश से किरायेदार का सामान मकान से बाहर निकलवाया गया है। सामान बाहर निकल जाने के बाद मकान को दोबारा सील कर दिया जाएगा।