प्रीम कोर्ट ने सोमवार को निर्णय लिया है कि अब वह अपनी सुनवाई का लाइव स्ट्रीमिंग करेगा। कोर्ट का यह निर्णय अपनी प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता लाने के लिए है। देश की सबसे बड़ी अदालत ने यह निर्णय केवल अपने लिए नहीं बल्कि देशभर की अदालतों के लिए लिया है। मामले में कोर्ट ने अटार्नी जनरल के के वेणुगोपाल व अन्य वरिष्ठ वकीलों राय से 23 जुलाई तक प्रस्तावित गाइडलाइंस पेश करने को कहा है।
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए.एम खानविल्कर व जस्टिस डी.वाई् चंद्रचूड ने कहा कि लाइव स्ट्रीमिंग को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर देश भर के कोर्ट में लागू किया जाएगा। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही का जिस तरह सजीव प्रसारण होता है बिल्कुल उसी तरह अब कोर्ट की कार्यवाही का होगा। बेंच ने आगे कहा कि यदि केंद्र इसके लिए सहमत है तब सुप्रीम कोर्ट को किसी तरह की परेशानी नहीं। जस्टिस चंद्रचूड ने कहा शीर्ष कोर्ट की कार्यवाही के लाइव-स्ट्रीमिंग से सुनवाई की प्रक्रिया पारदर्शी होगी और इसमें न्याय मिलेगा। केस में संलिप्त लोगों को पता चल जाएगा कि उनके केस में क्या हो रहा है।