कोरोना के कारण पंजाब में 31 अगस्त तक नई पाबंदियों के एलान के एक दिन बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को पूरे राज्य में धारा-144 लागू करने का आदेश दिया। ऐसा कहीं भी पांच से अधिक व्यक्तियों के इकट्ठा होने और सभी सभाओं पर रोक लगाने के लिए किया गया है। विवाह और भोग समागमों (अंतिम संस्कार) में यह लागू नहीं होगी। कैप्टन ने कहा कि हम पंजाब को अमेरिका नहीं बनने देंगे।
अपने फेसबुक लाइव प्रोग्राम ‘कैप्टन से सवाल’ के दौरान उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो 31 अगस्त के बाद और कड़े कदम भी उठाए जाएंगे। उन्होंने सभी राजनैतिक पार्टियों को धरनों समेत सभी सभाओं से बचने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि धारा-144 के उल्लंघन के मामले में संबंधित जलसे के प्रबंधकों को गिरफ्तार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 सितंबर तक पंजाब में मामलों के 64,000 तक पहुंचने का अनुमान है और 15 सितंबर तक यह संख्या एक लाख पार कर जाएगी। इसके अलावा विशेषज्ञों का अनुमान है कि 3 सितंबर तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 1500 तक पहुंच जाएगी।
कैप्टन ने कहा, ‘हम पंजाब को अमेरिका जैसे हालात की तरफ नहीं जाने देंगे।’ कैप्टन ने बताया कि राज्य में कोविड मामलों की संख्या 37,824 तक पहुंच गई है, जोकि टेस्टिंग में की गई वृद्धि से सामने आई है। पिछले हफ्ते और ज्यादा मामले लुधियाना, पटियाला, जालंधर, मोहाली और बठिंडा से रिपोर्ट हुए हैं।
अपने फेसबुक लाइव प्रोग्राम ‘कैप्टन से सवाल’ के दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना के आंकड़े निराशाजनक तस्वीर पेश कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि लोग जरुरी सुरक्षा उपायों का पालन नहीं करेंगे तो स्थिति और बदतर होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बदकिस्मती से लोग इसे हल्के में ले रहे हैं, जिस कारण सरकार को कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं, जिनमें से कुछ बीते कल घोषित किए गए हैं।
उन्होंने साथ ही कहा कि मास्क न पहनने के कारण रोज 3000 से 6000 लोगों के चालान काटे जा रहे हैं। लोगों को अपील करते हुए कैप्टन ने कहा, ‘हम क्यों नहीं समझ रहे कि सुरक्षा उपाय आपकी और अन्य पंजाबियों की जान बचाने के लिए जरूरी हैं?’
इस बात पर जोर देते हुए कि समय गंवाए बिना टेस्टिंग और इलाज बचाव की कुंजी है, कैप्टन ने कहा कि लक्षण सामने आने के 72 घंटो में अस्पताल को रिपोर्ट करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इससे नकारात्मक धारणाएं नहीं जुड़ी हुईं और वह खुद दो बार अपना टैस्ट करवा चुके हैं। मुख्यमंत्री नें कोविड से स्वस्थ हो चुके व्यक्तियों को दूसरों की जान बचाने के लिए प्लाज्मा दान करने की अपनी अपील को भी दोहराया।
लुधियाना के एक निवासी द्वारा राज्य सरकार को हर कोविड मरीज के लिए केंद्र से 3 लाख रुपये मिलने संबंधी उनके गांव में फैली अफवाहों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह जानकारी गलत है और एक रुपया भी प्राप्त नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार वास्तव में महामारी से लड़ने के लिए केंद्र को वित्तीय सहायता के लिए बार-बार लिख रही है।