भारत में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है. पूरे देश में अब तक 39 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है. 24 घंटे में कोरोना वायरस से 5 लोग संक्रमित हुए हैं. यह सभी मामले में केरल में सामने आए हैं. इसी का असर है कि प्रधाननमंत्री नरेंद्र मोदी को ब्रुसेल्स के बाद बांग्लादेश का दौरा भी रद्द करना पड़ा.
कोरोना वायरस को लेकर दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में टास्क फोर्स की बैठक की गई. सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के तीन मामले सामने आए हैं, इन तीनों के संपर्क में 337 लोग आ चुके हैं.
भारत में कोरोना के मामलों में एक ही दिन में 5 का इजाफा हो गया. सभी 5 लोग केरल के हैं. पांच में से तीन लोग (पति-पत्नी और उनका बेटा) दोहा के रास्ते इटली के वेनिस से लौटे थे, लेकिन त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट पर उन्होंने दोहा से पहले इटली जाने की बात छिपा ली थी.
ये तीन लोग जिन रिश्तेदारों के संपर्क में आए उनमें से दो लोग बीमार पड़ने पर 5 मार्च को अस्पताल पहुंचे. जांच के बाद पता चला कि वो कोविड-19 यानी कोरोना नोवल वायरस से पीड़ित हैं. केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने साफ कर दिया कि अब ट्रैवल हिस्ट्री नहीं बताया तो आपराधिक मामला दर्ज होगा.
8 मार्च को केरल में 5 नए मामले आए. इसमें से तीन लोग इटली से लौटे है. इसके अलावा लद्दाख में 7 मार्च को दो मामले सामने आए. यह दोनों ईरान से लौटे हैं. 7 मार्च को ही तमिलनाडु में एक केस सामने आया, जो ओमान से लौटा है. 5 मार्च को गाजियाबाद में एक पॉजिटिव केस सामने आया था.
इसके अलावा जयपुर में दो (दोनों इटली के नागरिक), दिल्ली में 16 (14 इटली के नागरिक और 2 भारतीय), आगरा में 6, गाजियाबाद में एक, गुरुग्राम में एक (पेटीएम कर्मचारी), तेलंगाना में एक पॉजिटिव केस आया. इसके अलावा केरल में तीन केस आए थे, जो सही होकर घर जा चुके हैं.
कोरोना वायरस का असर अब अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम और समारोहों पर भी होने लगा है. बांग्लादेश ने शेख मुजीब-उर-रहमान जयंती शताब्दी समारोह रद्द कर दिया. 17 मार्च को होने वाले इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होने वाले थे, लेकिन अब उनका दौरा टल गया. इससे पहले यूरोपीयन यूनियन सम्मेलन भी कोरोना के कारण ही रद्द हुआ था, जिसमें पीएम मोदी शिरकत करने वाले थे.
वहीं दिल्ली में कोरोना टास्क फोर्स की बैठक में कई फैसले लिए गए. दिल्ली में अब केवल राम मनोहर लोहिया और सफदरजंग हॉस्पिटल ही नहीं बल्कि 25 अस्पताल सैंपल कलेक्ट कर सकते हैं. इनमें 19 सरकारी अस्पताल हैं, जबकि 6 निजी अस्पताल हैं.
कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए 168 बिस्तर तैयार हैं. मेट्रो, बसों और अस्पतालों को हर दिन डिसइनफेक्ट किया जाएगा. कंपनियों, दफ्तरों से अपील की गई कि अगर उनके कर्मचारी इस वायरस से पीड़ित होते हैं तो उन्हें पेड लीव दी जाए ताकि इलाज के दौरान उनका खर्च चल सके.