कोरोना के मामलों में एक बार फिर से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वहीं अब कोरोना महाराष्ट्र में फिर से पैर पसार रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार मार्च की शुरुआत से राज्य में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी गई है।
देश में कोरोना के मामलों में एक बार फिर से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वहीं अब कोरोना महाराष्ट्र में फिर से पैर पसार रहा है।
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, मार्च की शुरुआत से राज्य में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी गई है। मौसमी बदलाव के कारण भी कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
7 अप्रैल तक के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले दो हफ्तों में हर दिन कोरोना के मामलों और मृत्यु के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
6 फरवरी को राज्य में सिर्फ एक कोरोना का नया मामला सामने आया था। वहीं, अब 926 मामले हैं और सक्रिय मामलों की संख्या 4,487 है।
बीते कुछ दिनों में मुंबई में कोरोना के 1,367 सक्रिय मामलों सामने आए थे। वहीं, हिंगोली में कोरोना के जीरो मामले दर्ज हुए हैं। ठाणे, पुणे, नागपुर, रायगढ़, सतारा और पालघर जिलों में भी कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। कोविड-19 के कारण मौतें भी हुई हैं। वहीं विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।
स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञ प्रदीप आवटे ने कहा कि हमने कोविड-19 मामलों में स्थिर वृद्धि देखी है, लेकिन टीकाकरण कवरेज के कारण अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु दर कम है।
फिर भी नए मामलों को लेकर राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों को 2020 की शुरुआत की पहली लहर की तर्ज पर कमर कसने और निवारक उपाय करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और देश की कोविड तैयारियों की जांच के लिए 10-11 अप्रैल के लिए मॉक ड्रिल की घोषणा की गई है।
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के 15 अस्पतालों, तीन राज्य सरकार के अस्पतालों और 35 निजी अस्पतालों में 1,073 ऑक्सीजन बेड, 666 आईसीयू बेड, 393 वेंटिलेटर बेड और कुल 3,422 आइसोलेशन बेड के साथ मुंबई पूरी तरह से तैयार हैं।
शहर मेडिकेयर और हेल्थकेयर 6543 पेशेवरों के साथ तैयार है जिसमें 5,792 डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिक्स शामिल हैं जो पूरी तरह से कोविड प्रबंधन में प्रशिक्षित हैं।