कोविड-19 महामारी के बावजूद दुनियाभर के धनकुबेरों की संपत्ति रिकॉर्ड उच्च स्तर तक पहुंच गई। UBS और PwC की रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक शेयरों की कीमत और टेक्नोलॉजी और हेल्थकेयर सेक्टर में बढ़त से दुनिया के सबसे अमीर लोगों की संपत्ति 10 लाख करोड़ डॉलर के आंकड़े को पार कर गई। करीब 2,000 अरबपतियों पर आधारित इस रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी के शुरुआती महीनों में विश्वभर के अमीर लोगों की संपत्ति में एक तिमाही की तुलना में अधिक बढ़ोत्तरी हुई और यह जुलाई में 10.2 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच गई। इससे 2019 के आखिर का 8.9 लाख करोड़ डॉलर का रिकॉर्ड ध्वस्त हो गया।
UBS और PwC के डेटाबेस के मुताबिक ये आंकड़े पिछले 25 साल में धनकुबेरों की संपत्ति में पांच से दस गुना तक की वृद्धि को दिखाते हैं।
इस अध्ययन के मुताबिक इस साल सात अप्रैल से 31 जुलाई के बीच हर इंडस्ट्री के अरबपतियों की संपत्ति में दोहरे अंकों में वृद्धि दर्ज की गई। वहीं, टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और औद्योगिक सेक्टर के धनकुबेरों की संपत्ति में 36% से 44% की बढ़ोत्तरी देखी गई।
इस महामारी ने टेक्नोलॉजी और हेल्थकेयर सेक्टर के उद्यमियों और अन्य नवोन्मेषी कारोबारियों को संपत्ति के मामले में अन्य उद्योगपतियों से काफी आगे पहुंचा दिया है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018 से जुलाई 2020 तक प्रौद्योगिकी क्षेत्र के अरबपतियों की संपत्ति 42.5 फीसद की बढ़त के साथ 1.8 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच गई है। वहीं, हेल्थकेयर सेक्टर की अमीर शख्सियतों की संपत्ति 50.3 फीसद की वृद्धि के साथ 658.6 अरब डॉलर तक पहुंच गई।
इस अध्ययन के मुताबिक 200 से अधिक धनकुबेरों ने कोविड-19 से मुकाबले के लिए करीब 7.2 अरब डॉलर के दान की बात सार्वजनिक तौर पर स्वीकार की।