देशभर में कोरोना के मामले दिन प्रतिदिन दिन बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में सरकार से बोर्ड परीक्षा को रद करने या स्थगित करने का अनुरोध किया जा रहा है। ट्विटर पर हैशटैग कैसिंल बोर्ड एग्जाम 2021 से एक अभियान छेड़ा गया है। जो काफी तेजी से ट्रेंड कर रही है। कई यूजर्स ने कहा कि कोरोना की बेकाबू रफ्तार को देखते हुए महाराष्ट्र में 10वीं और 12वीं की परीक्षा को रद कर दिया जाना चाहिए।
राज ठाकरे कहा-10वीं और 12वीं के छात्रों को भी सीधे पास किया जाए
महाराष्ट्र और मुंबई में कोरोना का खतरा लगातार तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में स्कूली शिक्षा विभाग की मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने पहली से लेकर आठवीं तक के छात्रों को बिना परीक्षा पास करने का फैसला लिया। अब इसी कड़ी में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने मांग की है कि 10वीं और 12वीं के छात्रों को भी सीधे पास किया जाना चाहिए।एमएनएस चीफ ने कहा कि कोरोना का खतरा लगातार बढ़ रहा है। इसका अंदाजा होने के बाद भी महानगरपालिका और सरकार ने इस संदर्भ में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
यूपी में टल सकती है बोर्ड परीक्षा की तिथि
कोरोना वायरस के बढ़ते मामले व पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही बिल्कुल साफ हो गया है कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं अब 24 अप्रैल से नहीं होंगी। चुनावी बिगुल बजने के साथ ही नई स्कीम बनाने का काम शुरू हो गया है। मई के पहले हफ्ते से बोर्ड परीक्षाएं शुरू करने की तैयारी है। नया परीक्षा कार्यक्रम जल्द घोषित हो सकता है। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि पंचायत चुनाव के कारण यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं अब 24 अप्रैल से शुरू नहीं होंगी। दो मई को पंचायत चुनाव की मतगणना के बाद ही परीक्षा कराने की तारीख तय की जाएगी।
मप्र में बोर्ड परीक्षा को लेकर 12 अप्रैल को होगी बैठक
मध्य प्रदेश में इस साल भी मप्र बोर्ड परीक्षा पर कोरोना का असर देखा जा रहा है। कोरोना की वजह से जहां इस साल परीक्षाएं काफी देरी से शुरू हो रही हैं, वहीं अब माध्यमिक शिक्षा मंडल को विद्यार्थियों के बीच सुरक्षित शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए परीक्षा केंद्र भी ज्यादा बनाने पड़े हैं। करीब 10 फीसद परीक्षा केंद्र अधिक बनाए गए हैं। बोर्ड परीक्षा 30 अप्रैल से शुरू होनी है, लेकिन तय समय पर परीक्षा होगी या तारीख आगे बढ़ेगी, इस संबंध में 12 अप्रैल को मुख्यमंत्री बैठक लेंगे। इस बार 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए प्रदेश में 3884 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जो पिछले साल से 10 फीसद ज्यादा हैं। दसवीं व बारहवीं की प्रायोगिक परीक्षाएं 17 से 27 अप्रैल तक आयोजित की जाएगी। इसके लिए मंडल ने परीक्षा केंद्रों पर प्रायोगिक परीक्षा की सामग्री भी भेज दी है।
सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं चार मई से, छात्रों को मिली ये छूट
सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं मई, 2021 से शुरू होने जा रही हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जहां एक ओर विशेषज्ञों ने बोर्ड परीक्षाओं को लेकर चिंता जाहिर की है। वहीं, दूसरी सीबीएसई ने छात्रों को बड़ी छूट देने का एलान किया है। सीबीएसई की ओर से छात्रों के कोरोना संक्रमित होने अथवा उनके परिवार के किसी सदस्य के कोरोना संक्रमित होने पर बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाओं में बड़ी छूट देने का एलान किया है। हाल ही देशभर में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं। इसी बीच सीबीएसई बोर्ड के छात्र-छात्राएं अपनी प्रायोगिक परीक्षाओं में व्यस्त हैं। ऐसे में बोर्ड ने छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा फैसला करते हुए छात्रों को प्रायोगिक परीक्षाओं में राहत देने की घोषणा की है। सीबीएसई की ओर से छात्रों के कोरोना संक्रमित होने अथवा उनके परिवार के किसी सदस्य के कोरोना संक्रमित होने पर बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाओं में अनुपस्थित रहने के कारण उन्हें फेल नहीं किया जाएगा।