संजय राउत ने लिखा कि ‘उद्धव और राज ठाकरे के रास्ते, राजनीति में एक दूसरे के विपरीत रहे। शिवसेना के बंटवारे के बाद, जो कि अमित शाह ने कराया था, राज ठाकर ने भाजपा और शिंदे गुट के साथ बैठकर चाय पी।’
शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने एक साप्ताहिक लेख में मनसे प्रमुख राज ठाकरे पर तीखा तंज कसा और शिवसेना यूबीटी के मुश्किल वक्त में राज ठाकरे के अमित शाह से मुलाकात पर सवाल खड़े किए। संजय राउत का यह लेख ऐसे समय सामने आया है, जब बीते शनिवार को ही राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे करीब दो दशक बाद एक ही मंच पर दिखाई दिए।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले बोले- ये लोकतंत्र है
संजय राउत के लेख पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि राज ठाकरे महाराष्ट्र के एक जाने-माने नेता हैं और उन्होंने बालासाहेब ठाकरे से अलग होकर अपनी पार्टी बनाई। उन्होंने पीएम मोदी का भी समर्थन किया। ऐसे में उनकी बैठक को निशाना बनाना सही नहीं है। एक गृह मंत्री होने के नाते अमित शाह से कोई भी मिल सकता है और यही लोकतंत्र है।’ अठावले ने ब्रिक्स सम्मेलन पर कहा कि पीएम मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन में पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा उठाया और अन्य देशों ने भी एक सुर में इसकी निंदा की।
संजय राउत ने लगाए आरोप
गौरतलब है कि संजय राउत ने लेख में लिखा कि ‘उद्धव और राज ठाकरे के रास्ते, राजनीति में एक दूसरे के विपरीत रहे। शिवसेना के बंटवारे के बाद, जो कि अमित शाह ने कराया था, राज ठाकर ने भाजपा और शिंदे गुट के साथ बैठकर चाय पी। वे दिल्ली भी गए और अमित शाह से मिले, लेकिन इससे महाराष्ट्र और मनसे की राजनीति को कोई फायदा नहीं मिला।’ संजय राउत ने लिखा कि ठाकरे बंधुओं में मनमुटाव दिल्ली के हित में है। राउत ने भाजपा पर मतदाता सूची में भी फेरबदल का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा और इसके सहयोगी मतदाता सूची में धांधली कर रहे हैं।