केवड़िया: देशभर में आज (रविवार को) लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई जा रही है. राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर शानदार समारोह हो रहा है. गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यक्रम में शामिल होकर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी. एकता दिवस समारोह में एकता परेड (Unity Day Parade) भी निकाली गई. इस परेड में सभी राज्यों के पुलिसकर्मी शामिल हुए. साथ ही CISF और BSF के जवानों ने भी परेड में हिस्सा लिया. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रिकॉर्डेड संदेश के जरिए समारोह को संबोधित करेंगे.
केवड़िया में अमित शाह ने कहा कि आज जो परंपरा हमारे देश के PM मोदी ने शुरू की है. हमारे लौह पुरुष के जन्म दिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के पर्व रूप में आगे बढ़ा रहे हैं. आजादी के बाद जाते-जाते अंग्रेजों ने जो टुकड़े-टुकड़े करने की कोशिश की थी उसको विफल करते हुए सरदार साहब ने एक अखंड भारत की शपथ ली थी.
केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि 1857 से 1947 तक आजादी का जो हमारा संघर्ष रहा, हजारों लाखों लोगों ने सब कुछ न्योछावर किया. सरदार साहब की दी हुई प्रेरणा ने ही देश को एक रखने का काम किया है. आज आसमान को छूने वाली ये मूर्ति पूरी दुनिया को प्रेरणा दे रही है.
उन्होंने आगे कहा कि सदियों में कोई एक सरदार बनता है. हम सरदार पटेल के सपनों का भारत बना रहे हैं. पिछले 7 साल में मोदी सरकार ने बहुत अच्छा किया है. सरदार पटेल को भुलाने की कोशिश की गई. हमने सरदार पटेल को भारत रत्न से सम्मानित किया.
आधुनिक भारत के निर्माता सरदार पटेल
हिंदुस्तान के ‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभभाई पटेल को आज पूरा देश नमन कर रहा है. देश के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार पटेल की आज 146वीं जयंती है. एकता के ‘सूत्रधार’ लौह पुरुष पटेल की जयंती हर साल राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जाती है.
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के प्रणेता लौह पुरुष
राष्ट्रीयता के ‘महानायक’ पटेल जी की जयंती पर देशभर में कार्यक्रम हो रहे हैं. वहीं गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर खास समारोह होना है. इस कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए.
निकाली जाएगी एकता परेड
एकता दिवस के मौके पर होने वाली एकता परेड में इस साल प्रधानमंत्री मोदी की जगह गृह मंत्री अमित शाह शामिल हो रहे हैं. एकता परेड में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल सहित कई नेता भी शामिल हुए. गौरतलब है कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनने के बाद ही मोदी सरकार ने पटेल जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया था.
नए भारत के निर्माता सरदार पटेल के योगदान को देश हमेशा याद रखेगा. दृढ़ इच्छाशक्ति और मनोबल के दम पर सरदार पटेल ने स्वतंत्र भारत को एक करने का ऐसा मुश्किल काम कर दिखाया, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी. उन्होंने जिस तरह कश्मीर से लेकर हैदराबाद तक भारत को एक सूत्र में पिरोया राष्ट्रीय एकता के इस बेजोड़ शिल्पी का देश हमेशा ऋणी रहेगा.