केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने AIUDF के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल और AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोला है। बदरुद्दीन के विवादित बयान पर पलटवार करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर आजादी के बाद सभी मुसलमान पाकिस्तान चले जाते तो आज ये हिंदुओं को गालियां नहीं देते। बता दें कि बदरुद्दीन अजमल के हिंदुओं को लेकर की गई टिप्पणी के खिलाफ बीजेपी नेता आक्रोशित हैं। बदरुद्दीन ने जनसंख्या बढ़ोतरी के मुद्दे पर कहा था कि हिंदू गलत तरीके से 2-3 बीवियां रख लेते हैं, फिर उनके बच्चे पैदा नहीं होते।
केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह ने शनिवार को कहा कि बदरुद्दीन और ओवैसी हिंदुओं का अपमान कर रहे हैं, उन्हें गालियां दे रहे हैं। आजादी के बाद जब देश का धर्म के नाम पर बंटवारा हुआ तो सभी मुसलमानों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए था। फिर भारत में सिर्फ गैर मुस्लिम रहते और बदरुद्दीन एवं ओवैसी जैसे लोग हिंदुओं को गालियां नहीं देते।
बेगूसराय में मीडिया को संबोधित करते हुए गिरिराज ने कहा कि हम देश की नीतियों के साथ जनसंख्या नियंत्रण कानून की बात कर रहे हैं। इनकी जुबान चीन के लिए नहीं खुल रही है। चीन एक बच्चे की पॉलिसी लाया और वहां के मुसलमानों को भी आदेश मानना पड़ा। हमें इनकी नसीहत नहीं चाहिए। भारत में संसाधन सीमित हैं। पूरे दुनिया की 20 फीसदी आबादी यहां है। मगर जमीन ढाई प्रतिशत ही है, पानी भी कम है।
उन्होंने कहा कि 1989 से पहले भारत की जीडीपी चीन से ज्यादा थी। चीन वन चाइल्ड पॉलिसी लाया और सभी धर्म के लोगों को इसका पालन करना पड़ा। आज चीन 60 करोड़ की आबादी को रोकने में सक्षम हुआ और आर्थिक संबल देश बन पाया। भारत को भी जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत है। जो हिंदू, मुस्लिम, सिख औ ईसाई सभी पर लागू हो। और जो न माने उसे सरकारी योजनाओं से वंचित किया जाए।
बदरुद्दीन का विवादित बयान
बता दें कि ऑल इंडिया यूनाइटेज डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के चीफ मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने शुक्रवार को जनसंख्या बढ़ोतरी पर विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि हिंदू 40 साल से पहले गैरकानूनी तरीके से 2-3 बीवियां रखते हैं। 40 साल के बाद बच्चा पैदा करने की क्षमता कहां रहती है। मुस्लिमों के फॉर्मूले को अपनाकर 18-20 साल की उम्र में ही शादी करा देनी चाहिए।