नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का देश के अलग-अलग इलाकों में विरोध जारी है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पूरे देश में सीएए के समर्थन में रैली कर रही है. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज लखनऊ में रैली करेंगे. रामकथा पार्क में होने वाली इस रैली में बीजेपी ने एक लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद जताई है.
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का देश के अलग-अलग इलाकों में विरोध जारी है. इस बीच सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पूरे देश में सीएए के समर्थन में ताबड़तोड़ रैली कर रही है. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज मंगलवार को लखनऊ में रैली करेंगे.
लखनऊ के रामकथा पार्क में होने वाली इस रैली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद जताई है. गृह मंत्री सीएए के समर्थन में आज दोपहर करीब सवा एक बजे जनता को संबोधित करेंगे.
देशभर में सीएए को लेकर लगातार हो रहे प्रदर्शन के जवाब में भारतीय जनता पार्टी ने इस कानून के संबंध में जागरुकता अभियान शुरू करने का ऐलान किया और इसी के बाद अमित शाह के अलावा कई अन्य केंद्रीय मंत्री भी जनसभा आयोजित कर रहे हैं.
पिछले हफ्ते शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कर्नाटक के हुबली में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में चलाए जा रहे अभियान के तहत गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली को संबोधित करते हिए विपक्षी दलों पर निशाना साधा.
अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने धार्मिक रूप से उत्पीड़ित शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने के लिए कानून बनाया है, लेकिन विपक्ष इसके खिलाफ खड़ा है. भारत आने वाले शरणार्थियों में 70 फीसदी दलित हैं और जो लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं वो लोग दलित विरोध हैं.
हुबली में अपने संबोधन में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ लगातार अत्याचार हुआ. पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी 30 फीसदी से घटकर 3 प्रतिशत हो गई है. मैं हुबली की जनता को बताना चाहता हूं कि उन लोगों को मार दिया गया, उनका धर्म परिवर्तन कर दिया गया. पाकिस्तान में मंदिर, चर्च और गुरुद्वारे तोड़े गए.’
हुबली में रैली से 2 दिन पहले बिहार के वैशाली में भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी रैली में कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा, ‘राहुल बाबा और लालू प्रसाद, आप सीएए पर लोगों को गुमराह न करें. ममता बनर्जी भी लोगों को गुमराह कर रही हैं. मैं बताना चाहता हूं कि ये कानून नागरिकता देने का कानून है, इससे किसी की नागरिकता नहीं जा सकती.’