मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों को शिकार के लिए हिरण भेजे जाने की खबरों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई ने इस पर आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने इसे बिश्नोई समाज की भावनाएं आहत होने की बात कहते हुए केंद्र सरकार से मांग की है कि इस तुरंत रोक लगाई जाए।
कुलदीप बिश्नोई ने इस मामले की जांच की मांग करते हुए सोमवार को ट्वीट किया, ”चीतों के भोजन हेतु चीतल व हिरण भेजने की सूचनाएं आ रही हैं, जो अति निंदनीय है। मेरा केंद्र सरकार से अनुरोध है कि राजस्थान में विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे हिरणों की प्रजाति और बिश्नोई समाज की भावनाओं को देखते हुए इस मामले की जांच करवाई जाए और अगर ऐसा है तो तुरंत इस पर रोक लगाई जाए।”
गौरतलब है कि बिश्नोई समाज की काले हिरण में धार्मिक आस्था है। राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश में बिश्नोई समाज के कई संगठनों ने चीतों के बाड़े में हिरणों को भेजे जाने का विरोध किया है। राजनीतिक दलों ने भी इसे मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। मध्य प्रदेश के प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में 17 सितंबर को नामीबिया से 8 चीते लाए गए हैं। अफ्रीका से भूखे पेट आए चितों की भूख मिटाने के लिए राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ चिड़ीखो वन अभ्यारण से 181 चीतल भेजे जाने की खबर आई थी।