धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो हिन्दू धर्म में पूजन सामग्री का विशेष महत्व होता है जिसमे कई प्रकार की चीजों का उपयोग किया जाता है इन्ही चीजों में से एक है केले के पत्ते जिसे प्राचीन काल से ही पूजा में विभिन्न प्रकार से उपयोग में लाया जाता है. हिन्दू धर्म में केले के पेड़ को बहुत ही पवित्र माना गया है कहा जाता है कि केले के पेड़ में देवों के गुरु बृहस्पति का वास होता है. तो आइये जानते है केले का पेड़ धार्मिक दृष्टि से कितना महत्वपूर्ण है.
केले के पेड़ का महत्व- यदि व्यक्ति प्रत्येक गुरूवार के दिन नियमित रूप से केले के पेड़ की पूजा करता है तो उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती है तथा यदि कोई अविवाहित कन्या इसका पूजन करती है तो उसे उसकी पसंद का वर मिलता है.
हिन्दू धर्म में कादली व्रत के पूजन में केले के पत्तों का उपयोग किया जाता है व जब भी भगवान सत्यनारायण का पूजन या कथा सुनी जाती है तो केले के पत्तों से मंडप का निर्माण कर उसके नीचे भगवान सत्यनारायण को विराजमान किया जाता है.
केले का महत्व- भगवान विष्णु को केले का भोग लगाया जता है, तथा केले पेड़ की पूजा भी की जाती है. इस कारण से इस व्रत के दौरान केले का सेवन करना वर्जित माना जाता है.
केले के फूल का महत्व- भगवान जगन्नाथ व भगवान कृष्ण की पूजा में केले को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है इस कारण से पूरी के जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ को केले के फूल से निर्मित व्यंजन व साग का भोग लगाया जाता है.