कृषि कानूनों के मुद्दे को अगर जल्द सुलझाया नहीं गया तो दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा किसान आंदोलन और तेज हो सकता है. अब महाराष्ट्र के नासिक के किसान दिल्ली के लिए निकलने वाले हैं. इनकी संख्या करीब 2 हजार बताई जा रही है. बता दें कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और यूपी के किसान पहले से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
खबरों के मुताबिक, महाराष्ट्र से 2 हजार किसान अपने वाहनों से नासिक से दिल्ली के लिए निकलेंगे. इन किसानों को दोपहर 3 बजे निकलना है. इनमें से ज्यादातर किसान ऑल इंडिया किसान सभा (AIKS) से जुड़े हैं.
ये किसान पहले नासिक में जुड़ेंगे फिर 1,266 किलोमीटर का सफर तय करके दिल्ली आएंगे. किसान रास्ते में 24 दिसंबर को राजस्थान-हरियाणा के बॉर्डर पर चल रहे किसान प्रदर्शन में भी शामिल होंगे. बताया गया है कि नासिक से 5 हजार किसान महाराष्ट्र सीमा तक आएंगे. फिर इनमें से 2 हजार दिल्ली की तरफ आगे बढ़ेंगे.
ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) ने शुक्रवार को कहा था कि केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ वह भी जुड़ेगा. आईकेएस के नेता अजीत नवले और अशोक धावले, ‘सेंटर फॉर इंडियन ट्रेड यूनियन्स’ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. डी एम ददार और सुनील मालुसरे ने नासिक में यह घोषणा की थी. धावले ने कहा था, ‘तीनों कानूनों का लक्ष्य उद्योगपतियों को किसानों की कीमत पर मुनाफा कमाने की अनुमति देना है। उनका विरोध करने के लिए हम 21 दिसंबर को नासिक से रवाना होंगे और प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। हजारों किसानों के हमसे जुड़ने की संभावना है.’
धावले ने कहा था कि नए कृषि-विपणन कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य की सुरक्षा नहीं करते, इसलिए उनका संगठन इन कानूनों के खिलाफ है। हजारों किसान तीन सप्ताह से अधिक समय से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं.