हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को कहा कि नए कृषि कानून के खिलाफ विरोध अब एक राजनीतिक कार्यक्रम में तब्दील हो गया है, क्योंकि पार्टी लाइन से ऊपर उठकर अब नेताओं ने आंदोलन में शामिल होना शुरू कर दिया है.
मंत्री ने गुरुग्राम में कोविड टीकाकरण अभियान की शुरूआत करते हुए कहा, ‘किसानों के विरोध प्रदर्शन को अब एक राजनीतिक कार्यक्रम में तब्दील कर दिया गया है.सभी को अपने हित में विरोध करने का लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन शांतिपूर्ण तरीके से.’
विज ने ‘आंदोलन के पीछे की राजनीति’ की ओर इशारा करते हुए आश्वासन दिया कि हरियाणा सरकार इस मुद्दे पर किसान संगठनों से बात करने को तैयार है. उन्होंने कहा, बातचीत के जरिए ही मामले को सुलझाया जा सकता है. मंत्री ने प्रदर्शनकारी किसानों से प्रेरित समूहों के जरिए फैलाई जा रही अफवाहों और गलत सूचना से दूर रहने का भी आग्रह किया.
उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि वो 6 जनवरी के अपने सड़क जाम करने के कार्यक्रमों को रद्द कर दें, क्योंकि यात्रियों को इससे कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
किसानों के आंदोलन में पंजाबी गायक-सह-कार्यकर्ता की भागीदारी पर इशारा करते हुए, विज ने कहा, अगर सिद्धू ने कहा है कि राजनीतिक दल उनके संपर्क में हैं, तो यह संभव है कि वे उनसे मिले हों. मंत्री ने कहा, कुछ लोगों की विचारधारा है, जो पर्दे के पीछे से हमारे किसानों को गुमराह कर रहे हैं, मैं कहना चाहूंगा कि किसानों को आगे आना चाहिए और मामले को सुलझाना चाहिए.