उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस के दिन फैली हिंसा पर यूपी सरकार ने गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट में यूपी सरकार ने अभी तक की गई गिरफ्तारी की जानकारी दी है. इसके अलावा वो क्या परिस्थितियां थीं जिसके कारण चंदन गुप्ता की मौत हुई इस पर भी जानकारी सौंपी गई है. बता दें कि हिंसा के कारण हालात बिगड़ने के बाद केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की थी.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को ही हिंसा के मुख्य आरोपियों में से एक सलीम खान को भी गिरफ्तार किया है. एडीजी (लॉ एंड आर्डर) ने इस बात की पुष्टि की है. जिस घर से चंदन गुप्ता को गोली मारी गई थी. सलीम उसी घर में रहता है.
तथ्यों की जांच के बाद ये तय होगा कि क्या ये हिंसा पूर्व नियोजित थी या नहीं. गृहमंत्री राजनाथ सिंह इस मामले पर राज्यसभा में भी बयान देंगे. बता दें कि राज्यसभा में कासगंज मुद्दे को लेकर चर्चा के लिए नोटिस दिया गया है. गौरतलब है कि यूपी सरकार ने इस मामले में अभी तक 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया था.
आगरा में चंदन के समर्थन में निकली तिरंगा यात्रा
मृतक चंदन गुप्ता के समर्थन में बुधवार को आगरा में बुधवार को विश्व हिंदू परिषद ने तिरंगा यात्रा निकाली. VHP का कहना है कि वे तिरंगा यात्रा के जरिए चंदन गुप्ता को सच्ची श्रद्धांजलि दे रहे हैं. चंदन को जल्द से जल्द शहीद घोषित किया जाए.
आपको बता दें कि योगी सरकार ने हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता के परिजनों को 20 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया था. हालांकि, परिवार ने राशि लेने से मना कर दिया था. उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने भी चंदन गुप्ता को शहीद का दर्जा देने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि वह इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ से बात करेंगे.
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के कासगंज में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. जिसमें चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले में अब तक 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था.
दरअसल, VHP और ABVP के कार्यकर्ताओं ने तिरंगा यात्रा निकाली थी. तिरंगा यात्रा जब बिलमार गेट के पास एक विशेष समुदाय के मोहल्ले से गुजरने लगा तो तिरंगा यात्रा निकाल रहे युवकों ने भड़काऊ नारेबाजी की, जिससे दो गुटों में झड़प शुरू हो गई. झड़प इतनी बढ़ी की इसने हिंसा का रूप ले लिया.
दोनों पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई और गोलियां भी चलीं. फायरिंग में एक युवक चंदन गुप्ता की मौत हो गई. युवक की मौत के बाद हिंसा ने उग्र रूप ले लिया. उपद्रवियों ने जमकर दुकानों में तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी की. रात होते-होते इलाके में भारी पुलिस और सुरक्षा बल तैनात करना पड़ा और कर्फ्यू लगा दिया गया.
रात भर माहौल शांत लेकिन तनावपूर्ण बना रहा. वारदात के दूसरे दिन भी शहर में हिंसा जारी रही. उपद्रवियों ने तीन दुकानों, दो निजी बसों और एक कार को आग के हवाले कर दिया था. प्रशासन ने रविवार रात दस बजे तक इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया था ताकि सोशल मीडिया के जरिए फैलने वाली अफवाहों को रोका जा सके.