कांग्रेस ने अदाणी विवाद के सेबी के दुबारा विदेशी निवेश से जुड़े अपने नियमों की शर्त कड़े करने के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार को घेरते हुए सवाल उठाया है कि आखिर किसके दबाव में किसको फायदा पहुंचाने के लिए 2018 में बनाए गए नियमों को 2019 में कमजोर किया गया।
पार्टी के संचार महासचिव जयराम रमेश के अनुसार सेबी का दुबारा इस नियम को बहाल करने के प्रस्ताव से साफ है कि नियमों को कमजोर करने की इस योजना के एकलौते लाभार्थी अदाणी हैं और इसीलिए अदाणी विवाद से जुड़े पहलुओं की सच्चाई संयुक्त संसदीय जांच समिति से ही सामने आएगी।
100 सवालों का बुकलेट
परिप्रेक्ष्य में आए सेबी के नियमों में बदलाव से जुड़े मसौदे के साथ अदाणी विवाद पर कांग्रेस की ओर से 100 सवालों का बुकलेट जारी करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि अदाणी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए बाजार नियामक सेबी ने अपने ही नियमों को कमजोर किया।
इसके पीछे किसकी भूमिका थी यह सच्चाई तभी सामने आएगी जब होगी और अगले मानसून सत्र में विपक्षी पार्टियां नए संसद भवन में जेपीसी के गठन की मांग पूरजोर तरीके से उठाएंगी।
अदाणी विवाद को लेकर पांच-छह वीडियो भी जारी करेगी कांग्रेस
जयराम ने पार्टी के रिसर्च विभाग के प्रमुख अमिताभ दुबे की ओर से तैयार किए गए 100 सवालों के बुकलेट जारी करते हुए कहा कि अगले दस दिनों के दौरान कांग्रेस अदाणी विवाद को लेकर पांच-छह वीडियो भी जारी करेगी। इसका पहला वीडियो जयराम ने गुरूवार को पार्टी मुख्यालय में जारी किया जिसमें अदाणी विवाद से आम आदमी की जिंदगी की परेशानी बढ़ने का दावा किया गया है।पार्टी अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद करा कर इसका देशव्यापी प्रसार करेगी।