कांग्रेस यदि भाजपा कार्यकर्ता व समर्थकों को प्रताड़ित करती रहेगी तो जिस तरह 2019 में अमेठी में कमल खिला उसी तरह 2024 में रायबरेली से भी गांधी परिवार का अस्तित्व मिट जाएगा। अमेठी में पांच दशक तक विकास का जो काम नहीं हो सका वह अब हो रहा है। गांधी परिवार ने सिर्फ अमेठी की भोली जनता का शोषण करने का काम किया है।
अमेठी दौरे के दूसरे दिन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में जवाहर नवोदय विद्यालय में करीब 80 करोड़ रुपये लागत की 67 परियोजनाओं के लोकार्पण-शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी गांधी परिवार पर जमकर बरसीं।
स्मृति ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2014 में अमेठी आकर गांधी परिवार को चुनौती दी तो कांग्रेस की ओर से उन्हें हर क्षण अपमानित व प्रताड़ित करने का प्रयास किया गया। चेतावनी दी कि यदि कांग्रेस इसी तरह भाजपाइयों को प्रताड़ित करती रही तो कार्यकर्ता 2024 में रायबरेली से भी गांधी परिवार का अस्तित्व मिटा देंगे। पांच दशक तक देश व अमेठी में राज करने वाले गांधी परिवार ने
कहा कि जो काम 50 वर्ष में नहीं हुए वह अमेठी में अब हो रहे हैं। अमेठी के किसानों को 50 साल तक अपने खेतों की सिंचाई के लिए पानी तक नसीब नहीं हो सका। गांधी परिवार व कांग्रेस तो चाहती थी कि गरीब जनता मजबूर रहे और वह उन पर राज करते रहें। गांधी परिवार ने गरीबों के स्वास्थ की चिंता नहीं की जबकि मोदी के प्रयास से भारत के इतिहास में पहली बार गरीबों को पांच लाख रुपये तक के निशुल्क इलाज की सुविधा मिली। अमेठी में छह लाख 60 हजार लोगों का आयुष्मान योजना में चयन हुआ। 1.32 लाख लोगों का गोल्डेन कार्ड बना। अब तक अमेठी में 3,594 लोगों का 2.80 करोड़ रुपये का निशुल्क इलाज हुआ है।
स्मृति ईरानी ने हमलावर होते हुए कहा कि गांधी परिवार ने अमेठी के लोगों को स्वस्थ रखने के लिए मेडिकल कॉलेज के नाम पर जमीन हड़पने का काम किया। स्मृति ने 2014 से 2019 तक अमेठी के विकास में राहुल के इशारे पर प्रदेश की अखिलेश सरकार पर भी रोड़ा अटकाने का आरोप लगाया.
स्मृति ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद एक वर्ष में अकेले अमेठी में पांच अरब की विकास योजनाएं धरातल पर उतरीं। लोगों को बिजली, पानी, सड़क, पुल आदि की वह सुविधा मुहैया हो सकी जो 70 साल तक नहीं मिल सकी थी।