भारतीय व्यंजनों को तैयार करने में अलग-अलग तरह के मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। खाने का स्वाद बढ़ाने से लेकर शरीर को बीमारियों से बचाने में ये मसाले बहुत फायदेमंद होते हैं। इसी तरह का एक मसाला भारतीय किचन में इस्तेमाल किया जाता है। इसका नाम है कसूरी मेथी। कसूरी मेथी कई औषधीय गुणों से युक्त होती है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से शरीर को अनगिनत फायदे मिलते हैं। वजन घटाने से लेकर शरीर की कई बीमारियों के खतरे को कम करने में इसका सेवन बहुत मददगार होता है। आयुर्वेद में कसूरी मेथी का इस्तेमाल कई गंभीर बीमारियों के इलाज में औषधि के रूप में किया जाता है। डायबिटीज के खतरे को कम करने के लिए भी कसूरी मेथी का सेवन फायदेमंद होता है।
डायबिटीज में कसूरी मेथी के फायदे-
कसूरी मेथी में मौजूद पोषक तत्व और गुण शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। इसमें कैल्शियम, कार्ब्स, विटामिन सी, आयरन और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। नियमित रूप से इसका सेवन करने से आपको बाल, स्किन, हार्ट और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं में भी फायदा मिलता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए कसूरी मेथी का सेवन किसी औषधि से कम नहीं है। आरोग्यं हेल्थ सेंटर के क्लिनिकल डायटीशियन डॉ. वी डी त्रिपाठी कहते हैं कि नियमित रूप से कसूरी मेथी का सेवन करने से आपके शरीर में पनप रही कई बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद मिलती है। इसका सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है और डायबिटीज का खतरा कम होता है।
डायबिटीज के खतरे को कम करने के अलावा कसूरी मेथी का सेवन इन्फेक्शन को कम करने और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में भी फायदेमंद होता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से हार्ट से जुड़ी बीमारियों में भी मदद मिलती है। वजन कम करने से लेकर महिलाओं से जुड़ी कई समस्या में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। डायबिटीज में ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए आप इसका सेवन कर सकते हैं। कसूरी मेथी के पाउडर का सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल करने में फायदा मिलता है। इसके अलावा आप डाइट में भी इसे शामिल कर सकते हैं।
क्यों होता है डायबिटीज?-
डायबिटीज लाइफस्टाइल और खानपान से जुड़ी गंभीर समस्या है। अनहेल्दी चीजों का सेवन और निष्क्रिय जीवनशैली अपनाने वाले लोगों में डायबिटीज का खतरा ज्यादा रहता है। यह बीमारी आनुवांशिक कारणों से भी हो सकती है। शुगर या ग्लूकोज आपके भोजन से बनता है और इसे शरीर की एनर्जी यानी उर्जा का मुख्य सोर्स माना जाता है। भोजन से ग्लूकोज बनने के बाद यह शरीर की सभी कोशिकाओं तक भेजा जाता है। शरीर के सभी अंगों, तंत्रिका तंत्र और मांसपेशियों को पोषण प्रदान करने के लिए शुगर सबसे जरूरी होता है। लेकिन इंसुलिन के ठीक से इस्तेमाल न कर पाने के कारण जब ब्लड में शुगर बढ़ने लगता है, तो इस स्थिति को डायबिटीज कहते हैं।
शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए आपको खानपान और जीवनशैली का विशेष ध्यान रखना चाहिए। डायबिटीज में खानपान से जुड़ी लापरवाही बरतने से आपको कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इस बीमारी में हमेशा डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए।