भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कर्नाटक में लिंगायत मठ का दौरा करेंगे। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने हाल ही में लिंगायत समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया है। इसके बाद राज्य में चुनावी समीकरण बदले दिख रहे हैं। इसी के चलते शाह ने टुमकुर स्थित सिद्दगंगा मठ का दौरा करने का फैसला किया है। बता दें कि कर्नाटक में यह मठ सबसे प्रभावशाली संस्थानों में से एक है। इसके बाद वह लिंगायत समुदाय के एक और मठ चित्रदुर्ग के पास मुरुघा भी जाएंगे। वह वहां शिव शराणा मादरा गुरु पिठा श्री मादरा चंद्र स्वामीजी से भी मुलाकात करेंगे। वह दोबारा भाजपा के टिकट पर चित्रदुर्ग सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। जानकारी के मुताबिक शाह 26 तारीख को सिद्दगंगा मठ की भी यात्रा करेंगे। वह वहां मठ प्रमुख शिवकुमार स्वामीजी से आशीर्वाद लेंगे। बता दें कि लिंगायत समुदाय को अलग दर्जा देने के निर्णय का मठ ने स्वागत किया है। जबकि कुछ लोगों ने इसका विरोध भी जताया है।
गौरतलब है कि सरकार के इस फैसले पर अखिल भारतीय वीरशैव महासभा ने कांग्रेस का विरोध किया है। महासभा ने कहा कि कांग्रेस दोनों समुदायों (लिंगायत और वीरशैव) को अलग कर रही है। दोनों एक ही हैं यह न बोलकर सरकार इधर-उधर की बातें कर रही है। साफ है कि सरकार ने जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ये फैसला लिया है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी ने सिद्धारमैया सरकार के इस फैसले की निंदा की और इसे हिंदुओं को बांटने वाला करार दिया था। लिंगायत समुदाय के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा है कि कांग्रेस सत्ता के लिए विभाजन करना चाहती है। इससे गरीबों का नुकसान होगा।