डंकी रूट के जरिये अमेरिका गए भारतीयों को वहां से डिपोर्ट कर भेजा जा रहा है। पांच फरवरी से इसकी शुरुआत हुई थी और अब दो और अमेरिकी विमान अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर आ रहे हैं।
अमेरिका (यूएस) में अवैध तरीके से गए भारतीयों को पकड़कर डिपोर्ट किया जा रहा है। ऐसे में डिपोर्ट किए गए भारतीयों लेकर एक नहीं बल्कि दो अमेरिकी विमान आ रहे हैं। एक विमान आज यानी शनिवार को अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड करेगा। वहीं दूसरा विमान रविवार (16 फरवरी) को पहुंचेगा। इन दोनों विमानों में सबसे ज्यादा लोग पंजाब के हैं।
उधर, एक दिन पहले यूएस से डिपोर्ट किए गए भारतीयों को लेकर अमृतसर में अमेरिकी विमान की लैंडिंग पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आपत्ति जताई थी। मान ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब को बदनाम करने के लिए अमृतसर एयरपोर्ट पर अमेरिकी विमान को उतारने की इजाजत दी है। सीएम के इस बयान पर राजनीति गरमा गई है। विपक्षी दल के नेता सीएम की इस बयान पर उन्हें खरी-खरी सुनाने में लगे हैं।
इस बार पहले के मुकाबले ज्यादा भारतीय यूएस से डिपोर्ट होकर लौट रहे हैं। 15 जनवरी (शनिवार) को 119 भारतीयों को लेकर अमेरिकन आर्मी का जहाज आ रहा है। विमान पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर रात 10 बजे लैंड करेगा। हालांकि, इस पर भी सबकी नजरें इस डिपोर्शन पर होंगी। इस बार के डिपोर्ट में भी एक सवाल लोगों की जुबान पर रहेगा कि क्या डिपोर्ट किए गए लोग दोबारा हथकड़ी और बेड़ियों में नजर आएंगे।
15 और 16 फरवरी को अमृतसर के एयरपोर्ट पर दो जहाज लैंड होंगे। 15 जनवरी की रात को 10 बजे जो फ्लाइट अमेरिका से आएगी। उसमें 119 भारतीय सवार होंगे। इस फ्लाइट में सबसे ज्यादा 67 लोग पंजाब के हैं। इनमें सबसे ज्यादा गुरदासपुर के 11, कपूरथला के 10, होशियारपुर के 10 और अमृतसर के 7 लोग हैं।
उधर, दूसरी फ्लाइट में 33 लोग हरियाणा, 30 पंजाब, 8 गुजरात, 3 उत्तर प्रदेश, 2 गोवा, 2 -2 महाराष्ट्र और राजस्थान और इसके अलावा, एक शख्स हिमाचल और एक ही व्यक्ति जम्मू और कश्मीर से होगा। पंजाब के गुरदासपुर के 6, जालंधर और अमृतसर के 4-4 लोग हैं।
15 फरवरी के प्लेन में पंजाब के जिलों के इतने लोग
अमृतसर -6
फरीदकोट-1
फतेहगढ़ साहिब-1
फिरोजपुर -4
गुरदासपुर-11
होशियारपुर -10
जालंधर-5
कपूरथला 10
लुधियाना-1
मोगा 1
मोहाली 3
पटियाला 7
रोपड़ 1
संगरूर-3
तरनतारन-3
16 फरवरी के प्लेन में पंजाब के जिलों के इतने लोग
अमृतसर -4
फरीदकोट-1
फतेहगढ़ साहिब-1
फिरोजपुर -3
गुरदासपुर-6
होशियारपुर -2
जालंधर- 4
कपूरथला-3
लुधियाना-2
नवांशहर-1
मोहाली-1
पटियाला-2
संगरूर-1
मानसा-2
पंजाब बना इमीग्रेशन का बड़ा उद्योग
मुख्यमंत्री भगवंत मान के बयान पर पंजाब भाजपा के उपाध्यक्ष फतेहजंग सिंह बाजवा ने कहा कि अब तक जिन लोगों को डिपोर्ट किया गया है, उनमें से 67 पंजाब से हैं और बाकी अन्य राज्यों से हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान इस मुद्दे का राजनीतिकरण करके अपने ही राज्य को बदनाम कर रहे हैं। आप सरकार ने उन लोगों (एजेंटों) के खिलाफ क्या कार्रवाई की, जो इन युवाओं को अवैध रूप से विदेश भेज रहे हैं। ये लोग बड़ी रकम वसूलकर बच्चों को दूसरे देशों में भेज रहे हैं।
पंजाब में इमीग्रेशन सबसे बड़ा उद्योग बन चुका है। अवैध इमीग्रेशन सेंटरों पर क्या कार्रवाई की गई। बाजवा ने कहा कि इस मुद्दे को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए। पंजाब के परिवार पहले से ही मानसिक दबाव में हैं। जब ये लोग विदेश जा रहे थे, तब कुछ नहीं किया गया और अब मुख्यमंत्री इसे राजनीति का मुद्दा बना रहे हैं। वे बेरोजगारी की वजह से विदेश गए थे। पंजाब सरकार ने रोजगार के लिए क्या किया, कोई उद्योग पंजाब में आकर निवेश नहीं कर रहा। मुख्यमंत्री को इन लोगों का पुनर्वास करना चाहिए और उन्हें स्टार्टअप शुरू करने के लिए लोन देना चाहिए।
भगवंत मान को सवाल नहीं, जवाब देने चाहिए
मुख्यमंत्री भगवंत मान के अमेरिका से अमृतसर आने वाली अवैध भारतीय प्रवासियों की फ्लाइट पर दिए गए बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका से डिपोर्ट किए जा रहे पंजाबी धोखेबाज एजेंटों और पंजाब में फेल हो चुकी आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के शिकार हैं। भगवंत मान को सवाल पूछने का हक नहीं, बल्कि आज उन्हें जवाब देना चाहिए।
उन्हें बताना चाहिए कि पंजाब का युवा आखिर पंजाब छोड़कर क्यों जा रहा है? क्या इसका कारण यह है कि आप सरकार रोजगार पैदा करने में बुरी तरह नाकाम रही है। शेरगिल ने कहा कि भगवंत मान ने उन धोखेबाज एजेंटों पर क्या कार्रवाई की, जो पंजाब के युवाओं को गुमराह कर रहे हैं, उन्हें लूट रहे हैं? मुख्यमंत्री को बेवजह विवाद पैदा करने और इस मुद्दे को सनसनीखेज बनाने के बजाय पंजाब की खोई हुई शान वापस लाने पर ध्यान देना चाहिए।
पंजाब के लोग आर्थिक रूप से मजबूत, उन्हें विदेश जाना पसंद
पंजाब कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला का कहना है कि भगवंत मान ने जो कहा वह सिर्फ सुर्खियां बनाने के लिए था। उसका कोई मतलब नहीं था। यह फ्लाइट दिल्ली में लैंड होनी चाहिए थी। पंजाब की कोई बदनामी नहीं हो रही है। पंजाब में बड़ी संख्या में एनआरआई हैं, जो हमारी अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान देते हैं। पंजाबी विदेशों में खुशहाल जीवन बिता रहे हैं।
सरकारें इस बड़े पैमाने पर हो रही प्रवास को रोकने के लिए क्या कर रही हैं? राज्य सरकार ने लोगों को रोजगार देने के लिए क्या किया है? राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति क्या है? क्योंकि पंजाब के लोग आर्थिक रूप से मजबूत हैं, इसलिए वे अमेरिका जाना पसंद करते हैं। बड़ी संख्या में भारतीय यूरोप और यूएई भी गए हैं। यह हमारे देश की स्थिति को दर्शाता है। भाजपा और आप सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।
गुजरात में क्यों नहीं उतारा विमान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अमेरिका से अवैध भारतीय अप्रवासियों को अमृतसर ले जाने वाले विमानों के बारे में दिए गए बयान पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पिछली बार आए अधिकतर निर्वासित लोग गुजराती थे। हम यह जरूर पूछेंगे कि विमान अमृतसर में क्यों उतरा, गुजरात में क्यों नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला अमेरिकी राष्ट्रपति के समक्ष नहीं उठाया। सरकार की विदेश नीति विफल रही है