पूजा और खाने की सुपारी भिन्न-भिन्न होती है। खाने की सुपारी बड़ी और पूजा की छोटी होती है। सुपारी खाने वाले अक्सर पान के साथ सुपारी को लपेटकर खाते हैं। वास्तुशास्त्र में सुपारी को लेकर कई उपाय बताए गए हैं। मान्यता है कि साबुत सुपारी को मंत्रों द्वारा अभिमंत्रित कर घर में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और सुख-समृद्धि आती है। एक छोटी सी साबुत सुपारी आपको धनवान भी बना सकती है।
ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय कहते हैं कि घर में पूर्व और उत्तर के कोने या ईशान कोण में विधि-विधान के साथ चांदी के बर्तन में सुपारी स्थापित कर नित्य सुबह-शाम धूप-दीप दिखाने से घर-परिवार से दुर्भाग्य की छाया दूर होने लगती है। धन प्राप्ति के लिए लाल कपड़े पर श्रीयंत्र स्थापित कर उसके मध्य में अगर एक सुपारी गणेश जी के पूजन के साथ स्थापित की जाए, तो गणेश जी की कृपा से धनोपार्जनोम के मार्ग में आने वाली समस्त विघ्न-बाधाएं समाप्त होने लगती हैं।
सुपारी का पूजन कर उसे सिद्ध अथवा अभिमंत्रित करने के लिए शुभ मुहूर्त में पीले अथवा लाल कपड़े के ऊपर रखकर गणेश जी का आह्वान करें, कुमकुम, हल्दी, चावल से पूजन कर लक्ष्मी मंत्र का जाप करें। शास्त्रों के अनुसार, सुपारी का विधिविधान से पूजन चमत्कारिक परिणाम देता है। जिस व्यक्ति के पास सिद्ध सुपारी होती है, उसे कभी भी पैसों की तंगी नहीं होती। उसके पास धन हमेशा पर्याप्त रहता है। अगर आपकी कोई इच्छा पूरी न हो रही हो, तो मनोकामना पूर्ति के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त में किसी भी मंदिर में एक सुपारी और तांबे के लोटे में गंगाजल भरकर कुछ दक्षिणा रखें। मनोकामना पूर्ति के साथ ईश्वर की कृपा आपको प्राप्त होगी।