ब्रिटेन की इंजन निर्माता कंपनी रोल्स रॉयस ने उड़ने वाली हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कार लांच करने के इरादे जाहिर किए हैं। कंपनी के मुताबिक वह “फ्लाइंग टैक्सी” के बैनर तले इस तरह की कार का प्रतिरूप अगले 18 महीनों के भीतर लांच कर देगी। कंपनी ने यह भी कहा है कि वह अगले पांच वर्षों के भीतर इस तरह की हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कार को उड़ता हुआ देखने के विशिष्ट चरण में पहुंच गई है।

मध्य इंग्लैंड के डर्बी स्थित एयरोस्पेस दिग्गज कंपनी रोल्स रॉयस ने पहली बार फर्नबोरो एयर शो में इस तरह की योजनाओं का प्रदर्शन किया। हालांकि उड़ने वाली कार पर काम करने वाली कंपनियों में रोल्स रॉयस अकेली नहीं है। कंपनी को उम्मीद है कि उसकी हाइब्रिड इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी का प्रोटोटाइप यानी प्रतिरूप वर्ष 2020 के शुरुआती दिनों में उड़ने के लिए तैयार होगी।

कंपनी के मुताबिक इस हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कार की अधिकतम रफ्तार 200 मील (320 किलोमीटर) प्रतिघंटा होगी, जबकि एक बार में यह 500 मील (805 किलोमीटर) की यात्रा करने में सक्षम होगी। यह कार इलैक्ट्रिक वर्टिकल टेक ऑफ एंड लैंडिंग (ईवीटीओएल) आधारित होगी। इसका मतलब यह है कि कार जमीन से सीधे ऊपर हवा में उड़ान भरने के लिए तैयार होगी और हवा से ठीक उसी जगह नीचे लैंड कर सकेगी, यानी इसे टेक ऑफ या लैंड करने के लिए रनवे की जरूरत नहीं होगी।

रोल्स रॉयस इलेक्ट्रिक टीम के प्रमुख रोब वाटसन ने कहा कि इस तरह के प्रोडक्ट के बाजार में अगले तीन से पांच वर्षों में बहुत बदलाव होने जा रहा है, और कंपनी दो वर्षों में इस तरह की सिस्टम का प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष के अंत तक कंपनी उड़ने वाली हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कार जैसे प्रोडक्ट को हकीकत में तब्दील करने की हालत में है।

वाटसन ने कहा कि उड़ने वाली इलेक्ट्रिक कार का बाजार तेजी से आगे बढ़ रहा है। लेकिन उड़ने वाली पूरी तरह से इलेक्ट्रिक कार लंबी दूरी की यात्रा के लिए सक्षम नहीं होगी। इसलिए कंपनी हाइब्रिड इलेक्ट्रिक फ्लाइंग कारों पर काम कर रही है। गौरतलब है कि उड़ने वाली इलेक्ट्रिक कार सेक्टर पर अनुसंधान करने वालों में रोल्स रॉयस अकेली नहीं है।

वर्तमान में टैक्सी सेवा देने वाली अमेरिकी कंपनी उबर, गूगल समर्थित किटी हॉक परियोजना, जर्मनी की लिलियम एविएशन, फ्रांस में साफ्रां और अमेरिका में हनीवेल जैसी कंपनियां इन परियोजनाओं पर पहले से काम कर रही हैं।

ओलिवर वाइमैन में एयरोस्पेस एडवाइजर और पार्टनर डेविड स्टीवार्ट ने कहा कि इस सेक्टर के बाजार का सही अवसर 10-15 सीटों वाली कारों का होगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि रोल्स रॉयस की फ्लाइंग टैक्सी का कांसेप्ट असल में नई तकनीक के विकास का एक प्लेटफॉर्म है।