दिमाग में चिपक गई है. जबकि फिल्म के निर्देशक आदित्य धर का कहना है कि शूटिंग के दौरान एक समय अभिनेता से मिले सुझाव के बाद वह इस पंक्ति को बदलने के बारे में सोच रहे थे.
उस वाकये को याद करते हुए धर ने कहा, “हमने पहले म्यांमार दृश्य के दौरान ‘हाउज द जोश’ पंक्ति शूट की थी. दो मिनट बाद जब कैमरा रोल हुआ तो विक्की मेरे पास आया और उसने मुझसे इस पंक्ति को बदलने के लिए कहा, क्योंकि उसे लगा कि कहीं न कहीं वो भावना नहीं आ रही है.
मैंने उसे अपनी टीम को प्रेरित करने के बारे में बताया जैसा सेना के कमांडर किया करते हैं, जिसके बाद उसे कोशिश करने के लिए बोला गया.”
रविवार को यहां पटकथा लेखक संघ द्वारा आयोजित ‘वार्तालाप’ कार्यक्रम के हिस्से के रूप में दिग्गज पटकथा लेखक रोबिन भट्ट के साथ बातचीत के दौरान 36 वर्षीय निर्देशक ने कहा, “मुझे अभी भी याद है जब विक्की ने पहली बार यह पंक्ति कही, हमारी टीम के 30 सदस्यों के इसे सुनकर रोंगटे खड़े हो गए.”
निर्देशक ने कहा कि यह एक ऐसी याद बन चुकी है, जो मुझसे जुड़ गई है. जब धर ने ‘उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक’ की कहानी लिखनी शुरू की थी और विहान के किरदार के हिस्से के संवाद लिखे थे तब उन्हें इस बात का अहसास नहीं था कि यह इतना बड़ा हिट हो जाएगा.