जब प्रयागराज की नैनी जेल से न्यायालय के लिए लाया गया इसी दौरान पाल समाज का अधिवक्ता वहां जूतों की माला पहनाने के लिए लेकर पहुंच गया। पुलिस की सख्ती से माला नहीं पहना सके। अतीक को एमपी-एमएलए कोर्ट ने उमेश के अपहरण केस में दोषी ठहराया है।
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माफिया का रसूख खत्म हो रहा है। उमेश पाल अपहरण केस में उस समय बड़ी खलबली मच गई जब एक वकील जूतों की माला लेकर माफिया को पहनाने के लिए आ गए। पुलिस की कड़ी चौकसी से वे मामला अतीक को नहीं पहना सके। मंगलवार को प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने उमेश पाल के अपहरण में बड़ा फैसला सुनाया है। अतीक, अशरफ सहित कुल 10 लोगों को कोर्ट ने दोषी करार दिया है।
उमेश पाल की हत्या से दुखी हैं अधिवक्ता
अतीक अहमद को जूतों की माला पहनाने पहुंचे पाल समाज के एक अधिवक्ता राजू पाल, उमेश पाल की हत्या से दुखी हैं। अधिवक्ता वरुण देव पाल ने अतीक को फांसी दिलाए जाने की मांग की है। वरुण देव पाल अतीक अहमद को जूतों की माला पहनाने के लिए आए थे।