उत्तर कोरिया ने एक बार फिर अपने पूर्वी तट से दो अज्ञात प्रोजेक्टाइल को प्रक्षेपित किया। इस महीने में यह दूसरी बार है कि उसने प्रोजेक्टाइल को प्रक्षेपित किया है। चार अगस्त को प्योंगयांग ने पूर्वी सागर से दो अज्ञात छोटी दूरी के प्रोजेक्टाइल का परीक्षण किया था। इस तरह से उत्तर कोरिया 12 दिनों के भीतर चौथी बार मिसाइलों का परीक्षण कर चुका है।
दक्षिण कोरिया की सेना के अनुसार उत्तर कोरिया ने मंगलवार को अपने पूर्वी तट से दो अनजाने प्रोजेक्टाइल को फिर से लांच किया है। सुबह संयुक्त राष्ट्र के चीफ ऑफ स्टाफ (JCS) के हवाले से बताया कि मंगलवार की तड़के दक्षिण ह्वांगहे प्रांत से प्रक्षेपित किया। इन परीक्षणों में उत्तर कोरिया की हताशा को साफ तौर पर देखा जा सकता है।
सोमवार को दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सेना के संयुक्त अभ्यास के बाद उत्त्र कोरिया ने अपना परीक्षण तेज कर दिया है। इस संयुक्त अभ्यास को उत्तर कोरिया का लगातार विरोध कर रहा था। इस विरोध के बावजूद भी अमेरिका और दक्षिण कोरियाई सेना का संयुक्त अभ्यास शुरू हुआ। इससे उत्तर कोरिया तिलमिलाया हुआ है।
उत्तर कोरिया बहुत ही सुनियोजित ढंग से अपने परीक्षण गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। उसकी बढ़ती परीक्षण गतिविधियों का मकसद परमाणु वार्ता की धीमी गति को लेकर दक्षिण कोरिया और अमेरिका पर दबाव को बढ़ाना है। अमेरिका-दक्षिण कोरिया के बीच होने वाले सैन्य अभ्यास और अमेरिका के साथ ठप पड़े परमाणु वार्ता को लेकर उत्तर कोरिया अपनी निराशा और हताशा का प्रदर्शन कर रहा है।
इस परीक्षण के द्वारा वह अमेरिका को वार्ता का दबाव बनाना चाहता है। कुछ दिन पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप ने कहा था कि उत्तर कोरिया के हालिया बैलिस्टिक मिसाइल से अमेरिका को कोई समस्या नहीं है।