राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने कहा कि राज्य के सीमांत व दूरस्थ क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं को गांव, ब्लाक व तहसील स्तर पर बेहतर करियर काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। राज्यपाल दिसंबर माह में कक्षा 11वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं के लिए दो दिनी करियर काउंसलिंग फेस्टिवल डीडीहाट से शुरू करेंगे।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने गुरुवार को राजभवन में इस संबंध में बैठक ली। राज्यपाल ने फेस्टिवल आयोजन से जुड़े गोरकेला फाउंडेशन और अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। यह तय किया गया कि भविष्य में राज्य के प्रत्येक तहसील में करियर काउंसलिंग फेस्टिवल होंगे। डीडीहाट में इस कार्यक्रम का संचालन जिला वन अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, उपजिलाधिकारी और गोरकेला फाउंडेशन अध्यक्ष करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड के प्रतिभावान लोग पूरे विश्व में राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों की चुनौती का सामना करते हुए राज्य के मूल निवासी देश-विदेश में प्रतिष्ठित पदों पर हैं। अब समय आ गया है कि राज्य के सफल लोग अपनी जड़ों की ओर मुड़ें और दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन दें। बैठक में गोरकेला फाउंडेशन अध्यक्ष श्रेयस्थी मनोज गोरकेला, अपर महाधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट मनोज गोरकेला और फाउंडेशन के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
छात्रों और शिक्षकों को किया सम्मानित
ब्राह्मणवाला स्थित ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसायटी स्कूल में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान आठ स्कूलों के 16 छात्र- छात्राओं और 12 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। स्कूल प्रबंधक मयंक भूषण शर्मा ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। बतौर मुख्य अतिथि विकास गर्ग शामिल हुए। इस मौके पर स्कूल की प्रधानाचार्य मंजू शर्मा, वंदना शर्मा, हिमांशु आर्य, पारुल नौटियाल, अंशुल रावत, खुशी राणा आदि मौजूद रहे।