उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रयागराज से लखनऊ ट्रांसफर किए जाने के मुद्दे पर शासन के विशेष सचिव डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा ने सफाई दी है। 30 दिसंबर को डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा ने उच्च शिक्षा निदेशक को पत्र भेजकर शासकीय कार्यहित में उच्च शिक्षा निदेशालय प्रयागराज को स्थानान्तरित कर लखनऊ में प्रतिस्थापित किए जाने का प्रस्ताव मांगा था। इसके खिलाफ पिछले तीन दिन से कर्मचारी आंदोलित हैं और गुरुवार से कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी थी। मामले ने राजनीतिक रंग भी लेना शुरू कर दिया।
इस बीच विशेष सचिव डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र ने शुक्रवार को उच्च शिक्षा निदेशक को भेजे पत्र में साफ किया है कि 30 दिसंबर के पत्र से निदेशालय के कार्मिकों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है कि संपूर्ण निदेशालय को लखनऊ प्रतिस्थापित करने का निर्णय ले लिया गया है। इस विषयक यह स्पष्ट करना है कि उच्च शिक्षा विभाग के निदेशालय, शासन व अन्य प्रशासनिक शाखाओं के बीच समुचित समन्वय स्थापित करने के लिए शासन स्तर पर विचार किया जा रहा हैं एवं निदेशालय उच्च शिक्षा को पूर्ण रूप से लखनऊ में स्थापित करने का कोई भी निर्णय किसी भी स्तर पर अभी नहीं लिया गया है।
इस संबंध में यह भी अवगत कराना है कि प्रशासनिक व विधिक दृष्टिकोण से सक्षम स्तर पर जो मत स्थिर किया जाएगा उसी के आलोक में सरकार के सुशासन के सिद्धांतों के अनुरूप अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा निदेशालय मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार, पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष अनिल कुमार व शशिकांत सिंह, संयुक्त मंत्री उच्च शिक्षा अमरनाथ, संपूर्णानंद त्रिपाठी, शिव प्रकाश यादव, उपाध्यक्ष दीपक कुमार श्रीवास्तव व सुऐब सिद्दीकी, मंत्री प्रदीप कुमार सिंह, मो. शमशुद्दीन, आशीष कुमार, दिग्विजय सिंह, बसंत सिंह, आशुतोष शुक्ला, विष्णु कुमार, राहुल पांडेय, शशांक श्रीवास्तव, राम सिंह, अखिलेश यादव, सत्यब्रत अरोड़ा, आलोक त्रिपाठी, अवनीश कुमार सिंह, दिलीप अग्रहरि, अनिल कुमार, मनोज कुमार, शशिकांत सिंह, सुरेश पटेल व जय सिंह आदि ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का आभार जताया है।