भारत के लोग लड़कियों के प्रति दोहरी मानसिकता रखते है. एक तरफ देवी लक्ष्मी दुर्गा और अन्य देवियों की पूजा करते है तो वही दूसरी तरफ हमारी घर की बहू बेटियों या माँ के साथ दुष्कर्म छेड़छाड़ और सेक्s जैसी घिनौनी अपराध को भी अंजाम देते है. आजकल के लोगों की मानसिकता इस हद्द तक गिर चुकी है कि वह अपनी घर की माँ बहनों को तो अपना मानते है. पर वही सड़क पर चल रहे दूसरों की माँ बहनों के साथ हो रही कुकर्म को देखकर भी इग्नोर कर वहाँ से चले जाने में भी अपनी भलाई समझते है।आज हम अगर महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध के आंकड़े देखे तो प्रतिदिन भारत मे हज़ारों लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएँ होती है. बात यही तक नही है बल्कि कई लड़कियों को जबरन जिस्मफरोशी के भी धंधे में धकेल दिया जाता है. जिस्मफरोशी के दलदल में धकेली जाने वाली लड़कियों में सबसे ज्यादा संख्या गरीब परिवार से जुड़ी लड़कियों का ही होता है जिन्हें या तो पैसे के दम पर खरीद लिया जाता है या फिर उन्हें अगवा कर ऐसे दलदल में धकेल दिया जाता है जहाँ से बाहर निकलना असंभव सा होता है. जिस्मफरोशी के इस दलदल से बाहर आई एक लड़की ने किए रोंगटे खड़े कर देने वाले खुलासे….
दरिंदगी से छुटी लड़की की आपबीती
घटना देश की राजधानी दिल्ली के मशहूर जिस्मफरोशी के अड्डे जीबी रोड की है. जहां नेपाल से भारत घूमने आए एक लड़की और उनकी सहेलियो को अपहरण कर उन्हें दिल्ली के जीबी रोड स्तिथ अड्डे पर बेच डाला गया। बेचे जाने के बाद उसके साथ जो यातनाएं उन्हें सहनी पड़ी उसकी दर्द उन्होंने अपने शब्दों में लोगों के सामने बयाँ की|
30 मर्दों के साथ शारीरिक संबंध
पीड़ित के मुताबिक उन्हें एक दिन में 30-30 मर्दो के साथ सुलाया जाता था. इतने मर्दो के साथ एक दिन सेक्s करने के बाद होने वाला असहनीय दर्द उनकी शरीर को पूरी तरह तोड़ डालता था. अगर वह इस कार्य को करने के लिए मना करती तो उन्हें टॉर्चर किया जाता मारपीट की जाती और फिर कई दिनों तक खाने पीने मो भी नही दिया जाता था. इतना कुछ करने के बाद भी गर उनका जी नही भरता तो वो लोग दरिंदगी की सारी हदों को पार कर डालते थे|
पुलिस के साथ मिलकर हुई छापेमारी
NGO को मिली एक गुप्त सूचना के बाद जब दिल्ली की महिला आयोग की टीम ने पुलिस के साथ जब छापा मारा तो वहाँ से सारे बन्दे आने धंधे छोड़ कर फरार हो चुके थे. पुलिस ने इस ऑपरेशन के लिए अपने गुप्तचर छोड़ दिये. एक व्यक्ति के द्वारा सुराग मिल जाने के बाद पुलिस ने जब उक्त स्थान अर छापा मारा तो उसके भी होश उड़ गए|
जानवरों से भी बद्दतर हालत
भेड़ बकरियों की तरह लड़कियों को एक कमरे में बंद करके रखा गया था और उनसे पूछताछ में पता चला कि वे जालिम लोग कस्टमर के आने के बाद उन्हें वह से निकालकर उनके सामने परोस दिया करते थे. काफी जद्दोजहद के बाद उन्हें वह से निकलने में कामयाबी मिली और अब वह आज़ाद महसूस कर रही है. पुलिस द्वारा पहली बार इन घटनाओं पर पहल किया गया जिसके बाद वे मुक्त हो सकी|