आज तक आपने इंसानों और जानवर सभी का इलाज करते हुए इंसानों को ही देखा होगा लेकिन हम आपको आज एक ऐसे अस्पताल के बारे में बता रहे हैं जहां पर इंसान नहीं बल्कि कुत्ते द्वारा इलाज किया जाता है. जी हाँ आपने सही सुना यह एक ऐसा हॉस्पिटल है जहाँ पर डॉक्टर कुत्तों की सहायता से मरीजों का इलाज़ करते हैं. यह बात तो हर कोई जनता है कि कुत्ते की नाक में जितनी सूंघने की शक्ति होती है वो शक्ति मनुष्य के नाक में नहीं होती. इसी कारण इस हॉस्पिटल में कुत्ते अपनी नाक से मरीज़ की बीमारी का पता लगा लेते हैं.
इस अस्पताल में कुत्ते अपनी नाक से सूंघने के बाद डॉक्टर को उचित इलाज करने मे सहायता प्रदान करते हैं. आपको बता दें हैमलेरिया एक ऐसा रोग है जिसके प्रारंभिक लक्षण हल्के या पहचानने में मुश्किल हो सकते हैं. ये इतना गंभीर रोग होता है जो जल्दी से प्रगति करता है और यदि इसका इलाज 24 घंटों में नहीं किया गया तो परिणामस्वरूप मरीज़ की मृत्यु भी हो सकती है. इसी गंभीर रोग को पता लगाने के लिए कुत्तों का सहारा लिया जाता है
यहाँ पर प्रशिक्षित कुत्ते संभावित रूप से जीवन प्रदान कर सकते हैं. इस अस्पताल के बारे में ब्रिटेन स्थित शोधकर्ताओं के एक समूह का कहना है कि, ‘दो प्रशिक्षित कुत्ते जिनका नाम लेक्सी और सैली है ने उनकी बहुत बार सहायता की है एक बार उन्होंने पश्चिम अफ्रीका में गैंबिया से संक्रमित बच्चों के मोजे पर मलेरिया की खुशबू का पता लगाकर उनकी मदद की थी.इस प्रक्रिया को आगे बढाते हुए कुत्तों को अब मधुमेह, और कैंसर के मरीजों को पहचान पाने के लिए शिक्षित किया जा रहा है.’ शोधकर्ताओं का इस बारे में यह भी कहना है कि ‘मनुष्य भी कुत्तों जैसी गंध को पहचान सकते हैं जिसके लिए सेंसर विकसित हो सकते हैं, लेकिन अभी के लिए, प्रशिक्षित कुत्ते ही इस लड़ाई में उनका साथ दे सकते हैं.’