इलाहाबाद सीट से पहली महिला सांसद चुनी गईं सरोज दुबे का निधन हो गया है। वह 1991 में जनता दल के टिकट पर इलाहाबाद सीट से सांसद चुनी गई थीं। उन्होंने 1985 में कांग्रेस के टिकट पर शहर उत्तरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गई थीं। इलाहाबाद सीट से सांसद होने के बाद वह राजद के टिकट पर बिहार से राज्यसभा सदस्य भी हुईं। उसके बाद से वह नोएडा में अपने परिवार के साथ रह रही थीं।
पूर्व सांसद सरोज दुबे ने 1974 में कांग्रेस पार्टी से राजनीति में कदम रखा
सरोज दुबे के पति जगदीश नारायण दुबे इलाहाबाद हाईकोर्ट में जज थे। तब उनका आवास कचहरी रोड पर छप्पन भोग के पीछे था। उन्होंने 1974 में कांग्रेस पार्टी से राजनीति में कदम रखा व 14 साल तक कांग्रेस में रहीं। 1985 में शहर उत्तरी विधानसभा सीट से अशोक बाजपेई की जगह पर उन्हें चुनाव मैदान में उतारा गया। लेकिन प्रतिद्वंदी अनुग्रह नारायण ङ्क्षसह चुनाव जीत गए। वर्ष 1989 तक वह कांग्रेस में रहीं। उसके बाद वीपी ङ्क्षसह के साथ जनता दल में चली गईं। जनता दल ने उन्हें 1991 में इलाहाबाद संसदीय सीट से अपना प्रत्याशी बनाया जिसमें उन्होंने भाजपा प्रत्याशी श्यामा चरण गुप्ता को 5,196 वोटों से हराया था। सरोज दुबे को 1,14,898 वोट मिले थे जबकि श्यामा चरण गुप्ता को 1,09,702 वोट मिले थे।
1998 में राजद से राजसभा सदस्य हुईं
1994 में सरोज दुबे के पति जेएन दुबे का तबादला पटना हाईकोर्ट में हो गया तो वह वहां पर चली गईं। 1998 में वह राजद से राजसभा सदस्य हुईं। पति हाईकोर्ट से कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश पद से सेवानिवृत्त हुए तो वह परिवार के साथ नोएडा चली आईं। एक बेटे अनुराग दुबे सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हैं जबकि एक बेटी भी हैं।
मूलरूप से फैजाबाद की रहने वाली थीं
सरोज दुबे के भांजे और इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सत्य प्रकाश ने बताया कि वह इलाहाबाद सीट से पहली महिला सांसद हुईं। इससे पहले फूलपुर संसदीय सीट से पंडित जवाहरलाल नेहरू की बहन विजय लक्ष्मी पंडित सांसद हुई थीं। सरोज दुबे के बाद इलाहाबाद सीट से दूसरी महिला सांसद प्रो. रीता बहुगुणा जोशी हुईं। सरोज दुबे का जन्म पांच अगस्त वर्ष 1939 को हुआ था। वह मूलरूप से फैजाबाद की रहने वाली थीं। 1964 में उनकी शादी जगदीश नारायण दुबे के साथ हुई थी।
लालू प्रसाद यादव के करीबी थीं सरोज दुबे
राजनीति विज्ञान में परास्नातक करने वाली सरोज दुबे का शुरुआत से ही राजनीति में रुझान रहा। वह जनता दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य रहीं। पटना जाने पर वह राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गईं। वह पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की करीबी रहीं। उन्हें राष्ट्रीय जनता दल में महिला प्रकोष्ट का अध्यक्ष भी बनाया गया था।
निधन पर जताया शोक
पूर्व सांसद सरोज दुबे के निधन पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश संरक्षक फूलचंद्र दुबे के संयोजन में ऑनलाइन शोक सभा हुई। जिसमें यूनाइटेड जनता दल के पूर्व जिला अध्यक्ष इंद्र बहादुर सिंह, मजदूर नेता केके मिश्रा, राजीव चंदेल, ओपी तिवारी, राजेश मिश्र, आरएलडी दुबे, श्रीराम यादव आदि ने शोक जताया।