इलाहाबाद: पेट्रोल-डीजल के बहाने कट रही ‘आम आदमी की जेब’

पेट्रोल-डीजल की कीमत आसमान छूती जा रही हैं। कर्नाटक चुनाव के बाद पिछले एक सप्ताह से पेट्रोल के दाम में करीब डेढ़ रुपये और डीजल के दाम में करीब पौने दो रुपये तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे आम आदमी परेशान हो गया है। 

बता दें कि ऑयल कंपनियों ने कर्नाटक चुनाव के चलते 19 दिन तक पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई परिवर्तन नहीं किया था। वहीं चुनाव के तुरंत बाद इसके दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।

पेट्रोल की तुलना में डीजल का तेजी से बढ़ा दाम

अप्रैल की शुरूआत में पेट्रोल के दाम प्रति लीटर 73.56 रुपये के आसपास था। 16 मई तक यह दाम 75 रुपये के पार निकल गया है। वहीं, डीजल की कीमत पेट्रोल के मुकाबले तेजी से बढ़ी है। अप्रैल माह के आरंभ में डीजल 64.96 प्रति लीटर बिका था। वहीं 16 मई तक डीजल के दाम 66.56 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया था।

इसलिए बढ़ रहे दाम :

पेट्रोल-डीजल के दाम अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे आयल की कीमत पर निर्भर करता है। कच्चे आयल की कीमत लगातार बढ़ रही है। कच्चे तेलों में बेंड क्रूड जहा 78 डालर प्रति बैरल के पार निकल गया है। इससे पहले कच्चा आयल 2014 में इतना महंगा हुआ था। करीब चार वर्ष के बाद कच्चे आयल की कीमत लगातार बढ़ रही है।

बढ़ सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम

पेट्रोल और डीजल के दामों में अभी और भी बढ़ोतरी होने के संकेत हैं। पेट्रोल पंप संचालकों का अनुमान है कि पेट्रोल व डीजल पर करीब 4-5 रुपये की बढ़ोतरी होगी। क्योंकि, ऑयल कंपनिया 19 दिन तक कीमत होल्ड रखकर नुकसान उठा चुकी हैं। इसकी वजह से आयल कंपनियों को ज्यादा नुकसान हुआ है। क्रूड की बढ़ती कीमतों से भी आयल कंपनियों को नुकसान पहुंचा है। अब इसकी भरपाई के लिए पेट्रोल-डीजल का महंगा होना तय है।

आम आदमी की जुबानी :

सरकार आम आदमी की जेब ही काटती है। पेट्रोल और डीजल में लगातार दाम बढ़ाना सरकार की नाकामी है।

-सोनू

पिछले एक महीने में धीरे-धीरे पेट्रोल के साथ डीजल के दाम लगातार बढ़े हैं। इससे आम लोगों की जेब प्रभावित हो रही है। यह परेशानी का सबब है।

-आनंद

पेट्रोल के दामों में रिकार्ड बढ़ोतरी हुई है। यह आम लोगों के लिए ठीक नहीं है। आखिर सरकार बढ़ रहे दामों पर रोक क्यों नहीं लग पा रही है।

-मनीष शर्मा

सरकार को आम आदमी की समस्याओं से रूबरू होना चाहिए। बढ़ रहे पेट्रोलियम पदार्थो के दाम से आम आदमी प्रभावित हो रहा है।

-भानू गौतम

क्या कहते हैं व्यापारी :

पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से व्यापार पर सीधे प्रभाव पड़ता है। हर रोज दाम की बढ़ोतरी में व्यापार भी प्रभावित है।

– संतोष पनामा, कागज व्यापारी

सरकार की नीति बेहतर नहीं है। शायद तभी यह स्थिति देखने को मिल रही है। चुनावी लॉलीपाप के अलावा सरकार के पास आम आदमी की पीड़ा नहीं दिखती है।

-सतीश केसरवानी, गल्ला-तिलहन व्यापारी

पेट्रोल डीजल के दामों में नियंत्रण नहीं रहेगा तो व्यापार सीधे तौर पर प्रभावित होगा। साथ ही महंगाई बढ़ेगी और आम आदमी की जेब पर चोट आएगी।

-शिव शंकर सिंह, कंप्यूटर व्यापारी

पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी होने के कारण टैक्सी-टैंपो का किराया भी लगातार बढ़ाया जा रहा है। यह चोट आम आदमी पर पड़ रही है।

– विनोद चंद्र दुबे, अध्यक्ष

टैंपो टैक्सी यूनियन

एक सप्ताह में पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमत :

पेट्रोल के दाम प्रति लीटर में :

दिनांक सादा पावर

14 मई 75.96 78.46

15 मई 76.08 78.58

16 मई 76.20 78.70

17 मई 76.37 78.87

18 मई 76.60 79.10

19 मई 76.84 79.34

20 मई 77.09 79.59

21 मई 77.35 79.85

डीजल के दाम प्रति लीटर में :

दिनांक दाम

14 मई 66.28

15 मई 66.50

16 मई 66.71

17 मई 66.93

18 मई 67.22

19 मई 67.46

20 मई 67.22

21 मई 67.97

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