नीम को आयुर्वेद में एक चमत्कारी औषधी माना गया है. नीम की जड़, फल, पत्ते, टहनी और छाल को प्राकृतिक चिकित्सा के रूप में जाना जाता हैं. नीम को आयुर्वेद में सर्व रोग हरी के नाम से पुकारा जाता है क्योंकि नीम आपके खून को साफ करने के साथ-साथ कोलेस्ट्रोल को भी नियंत्रित करने में मददगार होता है. नीम आपके शरीर, त्वचा और बालों के लिए भी बेहद फायदेमंद है, तो आइए आज हम आपको नीम के पत्तों के रस के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको हेल्दी बनाने के साथ-साथ कई लाभ प्रदान करता है.
खून साफ करे
नीम की पत्तियों का रस खून साफ करने की एक असरदार औषधि है. अगर किसी इंसान को खून साफ न होने की शिकायत रहती है तो नीम का रस उसके लिए बेहद फायदेमंद साबित है. खून साफ न होने की वजह से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा यह बैड कोलेस्टेरॉल को कम करने में भी मददगार होता है.
नीम की पत्तियों का रस खून साफ करने की एक असरदार औषधि है. अगर किसी इंसान को खून साफ न होने की शिकायत रहती है तो नीम का रस उसके लिए बेहद फायदेमंद साबित है. खून साफ न होने की वजह से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा यह बैड कोलेस्टेरॉल को कम करने में भी मददगार होता है.
मलेरिया और पीलिया का उपचार करे
नीम की पत्तियों का रस मलेरिया और पीलिया जैसी बीमारियां का इलाज करने में बेहद असरदार होती हैं. नीम में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुणों की वजह से यह मलेरिया के वायरस को बढ़ने से रोकता है और साथ ही यह लीवर को मजबूत बनाता है. पीलिया में आप नीम की पत्तियों के रस के साथ शहद मिलाकर सेवन करे. इससे आपको पीलिया रोग से छुटकारा मिल जाएगा.
नीम की पत्तियों का रस मलेरिया और पीलिया जैसी बीमारियां का इलाज करने में बेहद असरदार होती हैं. नीम में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुणों की वजह से यह मलेरिया के वायरस को बढ़ने से रोकता है और साथ ही यह लीवर को मजबूत बनाता है. पीलिया में आप नीम की पत्तियों के रस के साथ शहद मिलाकर सेवन करे. इससे आपको पीलिया रोग से छुटकारा मिल जाएगा.
दाग-धब्बे मिटाने में मदद करे
आपके फेस पर चिकन पॉक्स के दाग-धब्बे देखने में बेहद खराब लगते हैं और ये जल्दी खत्म भी नहीं होते है. चिकन पॉक्स के निशान हटाने के लिए आप नीम के रस से मसाज करें. इसके अलावा नीम का रस आपकी त्वचा संबंधी रोगों जैसे एक्जिमा और स्मॉल पॉक्स की संभावना को कम करता है.
आपके फेस पर चिकन पॉक्स के दाग-धब्बे देखने में बेहद खराब लगते हैं और ये जल्दी खत्म भी नहीं होते है. चिकन पॉक्स के निशान हटाने के लिए आप नीम के रस से मसाज करें. इसके अलावा नीम का रस आपकी त्वचा संबंधी रोगों जैसे एक्जिमा और स्मॉल पॉक्स की संभावना को कम करता है.
आंखों के लिए है फायदेमंद
मोबाइल और कंप्यूटर का अधिक उपयोग करने से इससे निकलने वाली ब्लू लाइट से सबसे ज्यादा हानि आपकी आंखों को होती और आपकी आंखों की रोशनी भी कमजोर होती है. आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आप नीम के रस की दो बूंदे आंखो में डालें. अगर आपकी आंखों में कंजक्टिवाइटिस का समस्या है तो नीम के पानी का इस्तेमाल करने से यह ठीक हो जाता है.
मोबाइल और कंप्यूटर का अधिक उपयोग करने से इससे निकलने वाली ब्लू लाइट से सबसे ज्यादा हानि आपकी आंखों को होती और आपकी आंखों की रोशनी भी कमजोर होती है. आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आप नीम के रस की दो बूंदे आंखो में डालें. अगर आपकी आंखों में कंजक्टिवाइटिस का समस्या है तो नीम के पानी का इस्तेमाल करने से यह ठीक हो जाता है.
मधुमेह से करे बचाव
डायबटीज एक बहुत खतरनाक बीमारी है जो ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने से होती है. अगर आप हर रोज नीम के रस का सेवन करते हैं तो आपका ब्लड़ शुगर का लेवल नियंत्रित रहता है. इसलिए डायबटीड के मरीज द्वारा इसका सेवन करने से ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य रखा जा सकता है.
डायबटीज एक बहुत खतरनाक बीमारी है जो ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने से होती है. अगर आप हर रोज नीम के रस का सेवन करते हैं तो आपका ब्लड़ शुगर का लेवल नियंत्रित रहता है. इसलिए डायबटीड के मरीज द्वारा इसका सेवन करने से ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य रखा जा सकता है.
दांतों व मसूड़ों के खून को रोके
अगर आपके मसूड़ों में खून और पायरिया होने की समस्या है तो नीम की छाल या पत्तों को पानी में डालकर कुल्ला करने से बेहद फायदा होता है. इसके साथ ही इससे आपके मसूड़े और दांत मजबूत होते हैं. इसके अलावा नीम के फूलों का काढ़ा बनाकर सेवन करने से भी दांतों की समस्याओं में फायदा होता है. नीम का दातुन रोजाना करने से दांतों के कीटाणु नष्ट होते हैं.
अगर आपके मसूड़ों में खून और पायरिया होने की समस्या है तो नीम की छाल या पत्तों को पानी में डालकर कुल्ला करने से बेहद फायदा होता है. इसके साथ ही इससे आपके मसूड़े और दांत मजबूत होते हैं. इसके अलावा नीम के फूलों का काढ़ा बनाकर सेवन करने से भी दांतों की समस्याओं में फायदा होता है. नीम का दातुन रोजाना करने से दांतों के कीटाणु नष्ट होते हैं.
कील-मुंहासों को दूर करे
नीम का पानी चेहरे को निखारने और कील-मुहांसों की समस्या दूर करने में बहुत असरदार होता है. मुहांसों होने पर नीम का रस चेहरे पर लगायें. चेहरे पर नीम के पानी से मसाज करने पर चेहरे की नमी बरकरार रहती है औ चेहरे की त्वचा में निखार आता है. यह प्राकृतिक रूप से त्वचा को निखारने में मददगार है और इसके कोई साइड-इफेक्ट भी नहीं होते हैं.
नीम का पानी चेहरे को निखारने और कील-मुहांसों की समस्या दूर करने में बहुत असरदार होता है. मुहांसों होने पर नीम का रस चेहरे पर लगायें. चेहरे पर नीम के पानी से मसाज करने पर चेहरे की नमी बरकरार रहती है औ चेहरे की त्वचा में निखार आता है. यह प्राकृतिक रूप से त्वचा को निखारने में मददगार है और इसके कोई साइड-इफेक्ट भी नहीं होते हैं.