भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में आज भारी वर्षा की संभावना है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पूर्व और उससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में उभरने की संभावना है। इसके कारण 2 अक्टूबर से पूर्वी भारत में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। मौसम की भविष्यवाणी करने वाली एजेंसी ने कहा कि एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र आंध्र प्रदेश के तट पर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है।
एक चक्रवाती परिसंचरण आंध्र प्रदेश के तट पर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। साथ ही एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ चक्रवाती परिसंचरण से आंध्र प्रदेश तट पर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी से तटीय कर्नाटक तक जाती है। वहीं, एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा चक्रवाती परिसंचरण से आंध्र प्रदेश तट से दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर तटीय कर्नाटक तक जाती है।
इन प्रणालियों के प्रभाव में तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में शनिवार को भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 4 अक्टूबर को भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है।
आईएमडी की चेतावनी के मुताबिक, ओडिशा में 4 अक्टूबर तक कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। वहीं 3 और 4 अक्टूबर को कुछ स्थानों पर भी भारी वर्षा की संभावना है। झारखंड और पश्चिम बंगाल में अगले दो-तीन दिनों के दौरान हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा है, ”एक से लेकर चार तारीख तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा 2 से 4 अक्टूबर तक असम और मेघालय में भी बारिश हो सकती है। एक सी तीन अक्टूबर तक नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी भारी बारिश के आसार हैं।”
आईएमडी कहा है कि उत्तर पश्चिमी भारत के कुछ क्षेत्रों और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा, “अक्टूबर में भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।”