दुनियाभर में हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. योग की उत्पत्ति हजारों साल पहले पहले की मानी जाती है. योग के सैंकड़ों आसान हैं और निरंतर अभ्यास से शरीर को इन आसन के अनुकूल बनाया जाता है. योग की शुरुआत कुछ आसनों के साथ की जा सकती है और धीरे-धीरे इनकी संख्या को बढ़ाया जा सकता है. आइए ऐसे ही पांच आसनों के बारे में आपको बताते हैं.
अधोमुख श्वानासन
अधोमुख श्वानासन एक बेहतरीन आसन है. योग सीखने की शुरुआत करने वालों को शुरुआत में इसी आसान का अभ्यास करने की सलाह दी जाती है. यह आसान करने से बीमारियां दूर रहती हैं. इस आसान के अभ्यास से शरीर में मजबूती और खिंचाव आता है. इस आसन को करने वाले लोगों को एंग्जाइटी, तनाव और अनिद्रा जैसी समस्याएं नहीं होती हैं.
वृक्षासन
बिगिनर्स के लिए वृक्षासन एक अच्छा आसान है. इस आसन से व्यक्ति को संतुलन बनाने और फोकस बढ़ाने में मिलती है. यह आसान खड़े रहकर किया जाता है और इससे एक पैर पर शरीर का संतुलन बनना सीखा जाता है. इससे योगी अपनी सांसों को संतुलित करना भी सीखता है और इससे कोर से मजबूत बनने में मदद मिलती है.
पश्चिमोत्तानासन
योग का अभ्यास शुरू करने वालों के लिए पश्चिमोत्तानासन बहुत महत्वपूर्ण है. पश्चिमोत्तानासन करने से पीठ के नीचे के हिस्से और ऊपर के हिस्से के में स्ट्रेच मिलता है. यह आसन बैठकर, सामने की ओर झुककर किया जाता है.
सेतु बंधासन
सेतु बंधासन शरीर को पीछे की ओर झुकाकर किया है. यह अधोमुख श्वानासन के विपरीत होता है क्योंकि अधोमुख आसन शरीर को आगे की ओर झुकाकर किया जाता है. योग का अभ्यास शुरुआत करने वाले लोगों के लिए इसे बेहतरीन आसन माना जाता है.
बालासन
बालासन आसन को सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह आसान योग करने वालों के विश्राम की जरूरत पूरी करने और शरीर की थकान को दूर करने का काम करता है. यह आसान सभी योग करने वाले लोगों के लिए अच्छा होता है.