आज के वक्त में डायबिटीज यानि मधुमेह ऐसी बीमारी बन गई है जो सबसे तेजी से और जल्दी से लोगों को होने लगी है. यह बीमारी सुनने में भले ही छोटी और आम लगती है लेकिन असल में यह उतनी ही खतरनाक है. डायबिटीज किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपना शिकार बना सकती है. अगर इसके कारणों की बात करें तो लोगों को लगता है कि यह बीमारी केवल अधिक मीठा खाने वाले लोगों को ही होती है जबकि यह केवल एक मिथक है. असल में यह एक लाइफस्टाइल संबंधित बीमारी है और इसके होने के कई कारण हैं. आज हम आपको डायबिटीज होने के 5 प्रमुख कारण बता रहे हैं.
खराब लाइफस्टाइल
आजकल डायबिटीज होने का सबसे प्रमुख कारण खराब लाइफस्टाइल है. वर्तमान समय में कम उम्र में ही डायबिटीज होने का मुख्य कारण रहन-सहन और खानपान है. इसके अलावा शारीरिक रूप से निष्क्रियता भी बच्चों को डायबिटीज की ओर अग्रसर कर रही है. अगर आप चाहते हैं कि आप और आपका परिवार इस बीमारी की चपेट में न आए तो जरूरी है कि आप हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं. जिसमें एक्सरसाइज और हेल्दी फूड को प्राथमिकता दें.
जेनेटिक भी है वजह
वैसे तो डायबिटीज होने के और भी कई कारण हैं लेकिन इनमें से एक कारण जेनेटिक भी है. अर्थात यदि आपके परिवार के किसी सदस्य जैसे माता-पिता, भाई-बहन में से किसी को डायबिटीज है तो भविष्य में आपको भी डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है.
वजन
समय पर खाना न खाना, बहुत अधिक जंकफूड खाना या फिर आपका मोटापा बढ़ना भी डायबिटीज का मुख्य कारक है. अगर आपका वजन बढ़ा हुआ है और आपका बीपी भी हाई रहता है तो आपको डायबिटीज होने का खतरा है. अधिक मीठा खाने या नियमित रूप से बाहर का खाना खाने और कम पानी पीने और एक्सरसाइज न करने के कारण भी आपको डायबिटीज हो सकता है.
शरीर में नहीं बनता है इंसुलिन
मानव शरीर में इंसुलिन द्वारा पहुंचाई गई शुगर से ही कोशिकाओं और सेल्स को एनर्जी मिलती है लेकिन डायबिटीज की स्थिति में इंसुलिन हार्मोन का कम निर्माण होता है. जब इंसुलिन कम बनता है तो कोशिकाओं तक और रक्त में शुगर ठीक से नहीं पहुंचता जिससे सेल्स को एनर्जी नहीं मिल पाती और शरीर को नुकसान पहुंचता है.
पेंक्रियाज ग्रंथी
दरअसल, मानव शरीर में पेंक्रियाज ग्रंथी से ही हार्मोंस निकलते हैं. इन्हीं में से एक इंसुलिन और ग्लूकॉन है. इंसुलिन मानव शरीर के लिए बेहद उपयोगी है क्योंकि इसके जरिए ही रक्त में, कोशिकाओं को शुगर प्राप्त होती है.
खून में शुगर बढ़ना
डायबिटीज होने पर शरीर में इंसुलिन कम बनता है और रक्त में शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है क्योंकि इंसुलिन न बनने के कारण शुगर, रक्त में जमा होने लगती है और शरीर को नुकसान पहुंचाती है.