भारी बारिश और बाढ़ के चलते केरल के इडुक्की जिले के राजमला इलाके में भूस्खलन हो गया। केरल पुलिस के अनुसार हादसे में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोगों को बचाया गया है वहीं 57 अभी भी लापता हैं।। बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम को तैनात किया है।

वन अधिकारी और अन्य आपातकालीन सेवा के कर्मचारी मौके पर मौजूद हैं। हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब भूस्खलन हुआ तो उन्होंने बहुत जोर की आवाज सुनी। एक व्यक्ति ने कहा कि लोग बचने के लिए भाग रहे थे और पानी चला आ रहा था।
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। उन्होंने कहा- इडुक्की में भूस्खलन की घटना से दुखी हूं। दुख के इस मौके पर मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ है। दुआ करता हूं कि हादसे में घायल लोग जल्द ठीक हो जाएं। पीएम राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बचाव कार्यों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं प्रदान करने के लिए भारतीय वायु सेना से संपर्क किया है। यह सेवा जल्द ही उपलब्ध होने की उम्मीद है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि एक मोबाइल मेडिकल टीम और 15 एंबुलेंस को इडुक्की भेजा गया है। जरूरत पड़ने पर और मेडिकल टीमें भेजी जाएंगी।
अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए निर्देशित किया गया है। केरल के राजस्व मंत्री ई चंद्रशेखरन ने कहा है कि चार श्रमिक शिविरों में लगभग 82 लोग रह रहे थे। हमें मालूम नहीं है कि भूस्खलन के समय वहां कितने लोग मौजूद थे। एनडीआरएफ की टीम अभी तक मौके पर नहीं पहुंची है।
खराब मौसम के कारण फिलहाल लोगों एयरलिफ्ट कर बचाना संभव नहीं है। इडुक्की में भूस्खलन के बाद केरल के तीन जिलों में 11 अगस्त तक के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि बचावकर्मियों ने कम से कम पांच शवों को निकाला है।
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