इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या में सुबह खाली पेट खाएं ये 5 चीजें

टाइप-2 डायबिटीज का मुख्य कारण है दरअसल, यह समस्या तब शुरू होती है जब शरीर की कोशिकाएं इंसुलिनन पर प्रतिक्रिया देना बंद कर देती हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है। अच्छी बात यह है कि कुछ विशेष चीजों को सुबह खाली पेट सेवन करके इस समस्या से बचा जा सकता है। इस आर्टिकल में, इंसुलिन रेजिस्टेंस क्या है और इसे बढ़ने से रोकने के लिए सुबह खाली पेट कुछ चीजों को खाने की सलाह दी गई है। आइए जानते हैं इसके बारे में।

इंसुलिन रेजिस्टेंस क्या है?

इंसुलिन एक हार्मोन है जो पैंक्रियाज द्वारा स्रावित होता है। इसका मुख्य काम है खाने से मिलने वाले ग्लूकोज को शरीर की कोशिकाओं तक पहुंचाना, जिससे उसे ऊर्जा में बदला जा सके, लेकिन जब कभी हमारा लाइफस्टाइल असंतुलित हो जाता है- जैसे कि हाई शुगर इनटेक, मोटापा, स्ट्रेस, कम नींद और फिजिकल एक्टिविटी का कम होना, तो शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति असंवेदनशील हो जाती हैं। इसे ही इंसुलिन रेजिस्टेंस कहा जाता हैं। इस कंडीशन में ग्लूकोज ब्लड में जमा होने लगता है, जिससे हाई ब्लड शुगर और आगे चलकर टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।

इंसुलिन रेजिस्टेंस रोकने के लिए खाली पेट खाएं ये चीजें

मेथी दाने के पानी

रातभर एक चम्मच मेथी दाने भिगोकर रखें। सुबह खाली पेट इसका पानी पीने से ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और इन्सुलिन की कार्यक्षमता बढ़ती है।

भीगे हुए बादाम

भीगे हुए 4-5 बादाम में हेल्दी फैट और मैग्नीशियम होता है जो ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करता हैं।

आंवला

आंवले में मौजूद क्रोमियम इंसुलिन को प्रभावी बनाता है और पैंक्रियाज की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।

दालचीनी का पानी

यह शरीर की इन्सुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाता है और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है।

कच्चा लहसुन

सुबह एक लौंग लहसुन चबाना शरीर में सूजन को कम करता है और इंसुलिनन की सक्रियता बढ़ाता है।

इंसुलिन रेजिस्टेंस एक चुपचाप बढ़ने वाली कंडीशन है, लेकिन इसे समय रहते पहचाना और नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए सुबह की शुरुआत कुछ नेचुरल और हेल्दी चीजों से करके इस खतरे को कम किया जा सकता है। इसके साथ नियमित एक्सरसाइज, बैलेंस्ड डाइट और स्ट्रेस फ्री लाइफ स्टाइल को अपनाना जरूरी हो जाता है।

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