इंडोनेशिया के नॉर्थ मालुकु तट के पास 7.1 तीव्रता का भूकंप आया। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे सुनामी का खतरा नहीं है। भूकंप का केंद्र समुद्र में 45 किलोमीटर नीचे और तटीय शहर से 140 किलोमीटर समुद्र के अंदर था। यूएस सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने कहा है कि इस भूकंप से किसी विनाशकारी सुनामी की आशंका नहीं है। फिर भी लोगो को सावधान रहने की चेतवानी दी गई हैं| लोगो को पहले से ही तैयार रहने को कहा गया हैं |
इंडोनेशिया की मौसम और जलवायु एजेंसी ने लोगों को सावधान रहने और तटों की तरफ न जाने के चेतावनी जारी की है। तटीय इलाकों में रात 1 बजे (भारत के समय अनुसार 11:30) के आसपास तेज भूकंप महसूस किया गया। लोग डरकर अपने-अपने घरों से बाहर आ गए। बताया जा रहा हैं कि इंडोनेशिया में ज्वालामुखी विस्फोटों और टैक्टोनिक प्लेट के टकराने की वजह से अकसर भूकंप आता रहा है। ऐसी घटनाएँ पहले भी हुई|
इससे पहले 2018 में सितंबर के महीने में यहां 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था और इसके बाद पालू और सुलावेसी द्वीपों पर दो हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। इलके अलावा 1,000 से ज्यादा लोग लापता हो गए थे। 26 दिसंबर 2004 को 9.1 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद सुनामी में लाखों लोग मारे गए थे। भारत पर भी इससे गंभीर रूप से प्रभावित हुआ था। अकेले इंडोनेशिया में ही 1,70,000 लोग मारे गए थे। इंडोनेशिया में इस भूकंप से गंभीर नुकसान हुआ था जिसकी भरपाई करने में काफी वक्त लग गया था| इस बार भी इंडोनेशिया के मौसम विभाग ने सतर्क रहने को कहा हैं |