अगर आप भी हरिद्वार आ रहे हैं तो थोड़ा सतर्क रहें। यहां पुलिस की गिरफ्त में आई 12 महिलाओं के खुलासे ने सबके होश उड़ाकर रख दिए हैं। दरअसल ये कोई साधारण महिलाएं नहीं हैं। ये बेहत शातिर और तेज हैं और पलक झपकते ही लोगों को अपना शिकार बना लेती हैं। न जाने इनकी तरह और कितनी ऐसी महिलाएं हरिद्वार शहर में घूम रहीं हैं।
चारधाम यात्रा सीजन में स्नान पर्व और वीकेंड पर भीड़ का फायदा उठाकर श्रद्धालुओं और पर्यटकों का सामान चोरी करने पहुंची महिलाओं की तीन अलग-अलग टोलियों को शहर कोतावली की पुलिस टीमों ने गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से ब्लेड कटर भी बरामद हुए हैं। सभी 12 महिलाओं के खिलाफ मुकदमें दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया।
शहर कोतवाल राकेंद्र कठैत ने बताया कि स्नान पर्व के दौरान भीड़ का फायदा उठाकर महिलाओं की टोली यात्रियों और श्रद्धालुओं का सामान चोरी कर लेती हैं। खासतौर पर गंगा घाटों पर महिलाएं घूमती रहती हैं। हरकी पैड़ी चौकी प्रभारी मुकेश थलेड़ी के नेतृत्व में उपनिरीक्षक अशोक कश्यप, महिला कांस्टेबल रजनी व राजरानी, कांस्टेबल रवि पंत व अशोक सिंह की टीम ने गश्त करते हुए एक टोली को पकड़ा है। यह टोली शनिवार रविवार को यात्रियों का सामान चोरी करने के लिए हरिद्वार आई थी।
पूछताछ में आरोपितों ने अपने नाम रजनी, सरिता, ललिता और ममता निवासीगण कंवलनगर, अलवर राजस्थान बताया। वहीं, दूसरी टोली में शामिल प्रीति व छिंदर निवासीगण भठिंडा पंजाब, लक्ष्मी व करीना निवासीगण फरीदपुर आनंद पर्वत, दिल्ली को पकड़ लिया गया।
इनके अलावा रोड़ीबेलवाला चौकी प्रभारी अंशुल अग्रवाल के नेतृत्व में महिला कांस्टेबल अनिता थापा, कांस्टेबल मंजीत राणा व शिवराज शर्मा की टीम ने एक तीसरी टोली को धर दबोचा। इस टोली में भी चार महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने अपने नाम सरिता, संगीता, सत्ती व ललिता निवासीगण फरीदपुर थाना आनन्द पर्वत जिला सेंट्रल दिल्ली बताया। शहर कोतवाल राकेंद्र कठैत ने बताया कि तीनों टोलियों की 12 महिलाओं के खिलाफ मुकदमें दर्ज कर चालान करते हुए कोर्ट में पेश किया गया है।
हरियाणा की टप्पेबाज महिलाएं व किशोरी गिरफ्तार, जेवरात बरामद
चलते आटो में महिला के जेवरात से भरा पर्स चोरी करने वाली हरियाणा की दो टप्पेबाज महिलाओं व एक किशोरी को ज्वालापुर कोतवाली की पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से सोने की चेन, दो अंगूठी व चांदी के बिछुए भी बरामद कर लिए गए हैं। बाकी जेवरात एक महिला का पति लेकर फरार हो गया।
हैरत की बात यह है कि पूरी घटना में 11 साल की लड़की की अहम भूमिका निकलकर सामने आई है। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए फरार आरोपित की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, मायापुर निवासी पत्रकार वेद प्रकाश चौहान की बेटी सुनीता मध्य प्रदेश से अपने मायके हरिद्वार आई हुई थी।
पिछले सप्ताह वह अपनी माता के साथ आटो में बैठकर रानीपुर मोड स्थित तनिष्क ज्वैलर्स शोरूम जा रही थी। तभी ऋषिकुल तिराहे से आटो में कुछ महिलाएं, दो बच्ची और एक पुरुष सवार हुए। रास्ते में महिला ने सुनीता से कहा कि उसका बैग गिरने वाला है, सुनीता बैग संभालने लगी। तभी ध्यान हटते ही महिलाओं ने सुनीता के पर्स पर हाथ साफ कर दिया। रानीपुर मोड पर शोरूम पहुंचने पर पर्स गायब मिलने पर टप्पेबाजी का पता चला। अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच रेल चौकी प्रभारी प्रवीण रावत को सौंपी गई थी।
ज्वालापुर कोतवाल महेश जोशी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले और मुखबिर तंत्र को अलर्ट किया। अहम सुराग हाथ लगने पर गैंग की धरपकड़ के लिए जाल बिछाया गया। एक टीम ने गोविंदपुरी स्थित गोविंद घाट से दो महिलाओं और एक 11 साल की किशोरी को पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने चलते आटो में टप्पेबाजी की घटना कुबूल करते हुए सोने की चेन, दो अंगूठी व चांदी के बिछुए भी बरामद कराए।
आरोपित महिलाओं ने अपने नाम रचना व राजकुमारी निवासी हरिनगर, पलवल हरियाणा बताया। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी महेश जोशी ने बताया कि गैंग बेहद शातिर है और टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देने हरिद्वार आया हुआ था। बताया कि बाकी जेवरात रचना के पति जिले सिंह के पास बताए गए हैं। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस टीम में एसएसआई प्रशांत बहुगुणा, रेल चौकी प्रभारी प्रवीण रावत, महिला उपनिरीक्षक पूजा पांडेय, कांस्टेबल प्रेम, आशीष, संजय रावत, अमित गौड, पंकज व महिला कांस्टेबल ममता शामिल रहे।
ध्यान भटकाने में एक्सपर्ट है लड़की
टप्पेबाजी करने वाला गैंग जगह बदल-बदल कर घटनाओं को अंजाम देता है। पर्स, जेवरात आदि गायब करने के दौरान 11 साल की लड़की अहम रोल अदा करती है। जिस महिला को शिकार बनाना होता है, लड़की उसके पास जाकर पैर पर अपना पैर रखती है या कोई सामान नीचे गिरा देती है। जिससे ध्यान भटकता है और गिरोह की महिलाएं पलक झपकते ही अपना काम कर देती हैं। रेल चौकी प्रभारी प्रवीण रावत ने बताया कि 11 साल की लड़की ध्यान भटकाने में माहिर है। महिलाओं का इशारा मिलते ही वह अपना काम कर देती है, इसके बाद गैंग की महिलाएं टप्पेबाजी को अंजाम दे डालती हैं।