मौसम का मिजाज तेज होता ही जा रहा है, बीते दो दिन की बारिश के बाद शनिवार की सुबह कोहरे की चादर ओढ़कर आई। भोर पहर जीरो विजीबिल्टी सूरज निकलने पर एक किमी हुई, वहीं तापमान गिरने से ठंड में भी खासा इजाफा हो गया। सुबह सड़कों पर रफ्तार थमी रही तो लोग भी टहलने के लिए घरों से बाहर नहीं निकले। आसमान में बदली से सूर्य की किरणें धरती तक न पहुंचने से लोग गलन से निजात पाने को अलाव के आसपास ही घेरा जमाए रहे।
शहर में सर्दी का सितम जारी है। गुरुवार को लगभग 60 मिमी. बारिश के बाद शुक्रवार को 8.4 मिमी. बारिश से गलन फिर से बढ़ गई थी। शनिवार की सुबह भीषण कोहरे ने लोगों को परेशान किया और सड़कों-हाईवे पर वाहनों की रफ्तार थमी रही। इस वजह से वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह टहलने जाने वाले भी कोहरा देखकर घरों में रजाई के अंदर दुबके रहे। वहीं कुछ लोग अलाव के आसपास डेरा जमाए रहे। सीएसए के मौसम विज्ञान विभाग ने फिलहाल बारिश के आसार नहीं जताए हैं लेकिन बदली छाए रहने की बात कही है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ.नौशाद खान ने बताया कि शुक्रवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इस दिन अधिकतम आद्र्रता 96 और न्यूनतम आद्र्रता 88 फीसद मापी गई थी। हवा की गति आठ किलोमीटर प्रतिघंटा रही है। वहीं शनिवार की सुबह कोहरा पडऩे से एक किमी की विजीबिल्टी दर्ज की गई, जबकि न्यनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि बदली छाए रहने से गलन बनी रहेगी। बारिश से आलू की फसल को बहुत नुकसान हुआ है, इसके अलावा मटर, मसूर व चना की फसल भी प्रभावित हुई।
यूं रहा पिछले दिनों का तापमान
तिथि अधिकतम न्यूनतम
16 जनवरी 15.6 14.4
15 जनवरी 18.8 11.4
14 जनवरी 21.6 10.4
13 जनवरी 21.0 5.4
12 जनवरी 20.0 5.2
ठंड से पांच लोगों ने दम तोड़ा
ठंड की वजह से हाई ब्लड प्रेशर और मधुमेह पीडि़त ब्रेन स्ट्रोक की चपेट में आ रहे हैं। शुक्रवार को ब्रेन स्ट्रोक की चपेट में आए पांच लोग हैलट अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे, जहां इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। चकेरी निवासी 68 वर्षीय जिया लाल को सुबह सिर में अचानक तेज सिर दर्द होने लगा। उसके बाद वह बेहोश हो गए। स्वजन उन्हें नर्सिंग होम लेकर गए तो डॉक्टर ने ब्रेन स्ट्रोक बताते हुए हैलट भेज दिया।
जहां डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। इसी तरह कल्याणपुर निवासी 68 वर्षीय हाकिम, नई सड़क निवासी 63 वर्षीय सरताज अली, काकादेव निवासी 72 विनीता और नौबस्ता निवासी 69 वर्षीय श्याम देव को बेहोशी की हालत में स्वजन हैलट इमरजेंसी लेकर आए थे। डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए जांच के उपरांत आनन-फानन इलाज शुरू किया, लेकिन बचा नहीं सके। डॉक्टरों का कहना है कि सभी को ब्रेन स्ट्रोक पड़ा था। मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बृजेश कुमार ने बताया कि हाई बीपी और मधुमेह पीडि़त गंभीर स्थिति में आ रहे हैं। विलंब से आने की वजह से जान बचाना मुश्किल हो रहा है।
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